भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ध्रवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने शनिवार यहां श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र (एसडीएससी) के पहले लांच पैड से पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-01 और अन्य देशों के नौ वाणिज्यिक उपग्रहों को सफलतापूवर्क लांच किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साथ दस उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण करने पर इसरो को बधाई दी है।
पीएम मोदी ने शनिवार को अपने टि्वट संदेश में कहा , “ मैं इसरो और देश के अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01 मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई देता हूं। कोविड-19 महामारी के समय में हमारे वैज्ञानिकों ने अनेक सीमाओं के बावजूद समयसीमा में लक्ष्य हासिल किया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मिशन के दौरान अमेरिका और लक्जमबर्ग के चार-चार और लिथुआनिया का एक उपग्रह भी प्रक्षेपित किया गया।
इसरो की ओर से बताया गया कि पीएसएलवी-सी 49 उलटी गिनती के दौरान खराब मौसम की स्थिति के कारण नौ मिनट की देरी के बाद तीन बजकर 11 मिनट पर पर यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद यान ने सभी उपग्रहों को एक-एक कर कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया। इसके बाद, नौ वाणिज्यिक उपग्रहों को उनकी कक्षाओं में स्थापि किया गया।
इसके बाद अलग होने के बाद ईओएस-1 के दो सौर सारणियों को स्वचालित रूप से तैनात किया गया था और इसरों के टेलीमेट्री ट्रैकिंग और बेंगलुरु में कमांड नेटवर्क ने उपग्रह काे नियंत्रण में किया। इससे आने वाले दिनों में उपग्रह को अपने अंतिम परिचालन विन्यास में लाया जाएगा।
इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन ने कहा, “पीएसएलवी-सी 49 ने सफलतापूर्वक ईओएस -01 और नौ वाणिज्यिक उपग्रहों को अपनी कक्षा में स्थापित किया।”
उन्होंने कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी प्रतिबंध के बीच इस अवसर सफल प्रक्षेपण के लिए दोनों लॉन्च वाहन और उपग्रह टीमों को बधाई दी। डॉ। के सिवन ने आगामी मिशनों के बारे में भी जानकारी दी। ईओएस-01 एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है, जिसका उद्देश्य कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता में अनुप्रयोगों के लिए है।