जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी में नियंत्रण रेखा के आसपास शनिवार को एक अग्रिम चौकी के पास एक विस्फोट हो गया। इस विस्फोट में एक अधिकारी समेत सेना के दो जवान शहीद हो गए। भारतीय सेना के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में धमाका उस समय हुआ, जब सेना की एक कॉलम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रहा था।
सूत्रों के मुताबिक विस्फोट किस चीज से हुआ इसकी भी जांच की जा रही है। नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में जिस जगह यह हादसा हुआ है सूत्रों के मुताबिक वहां पर सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इसमें बड़ी संख्या में जवान लगे हुए थे।
घटना में एक लेफ्टिनेंट समेत दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें तत्काल पास के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई। जिस जगह धमाका हुआ, उस स्थान पर सेना ने बारूदी सुरंगें बिछाई हुई हैं ताकि सीमा पार से घुसपैठ रोकी जा सके।
धमाका किस तरह का था, इसके बारे में तत्काल पता नहीं चल सका । हालांकि, गश्ती दल को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा आईईडी लगाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सेना के प्रवक्ता ने धमाके की पुष्टि की और कहा कि आगे के विवरण का इंतजार है।
पुंछ के जंगलों में आतंकियों की तलाशी 20वें दिन भी जारी रही। सुरक्षाबलों ने पूरे भाटादूड़ियां जंगल तलाशी अभियान तेज कर दिया है। सेना का कहना है कि एक हफ्ते तक अभी और ऑपरेशन चल सकता है। आतंकियों की तलाश में हर एक रणनीति अपनाई जा रही है।