रांची। 60-40 वाली हेमंत सरकार की नियोजन नीति के खिलाफ छात्र संगठनों का 48 घंटे के झारखंड बंद कॉल का पहले दिन मिला जुला असर रहा। कुछ जिलों में बंद का ज्यादा असर दिखा। तीखी गरमी के बावजूद छात्रों की टोली सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतर आई। बाजार सामान्य तौर पर खुले रहे मगर सड़क पर धरना और जाम से यातायात प्रभावित हुआ। पटना-रांची वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल रन की तिथि भी एक दिन आगे बढ़ा दी गई है। ट्रेन का रन ट्रायल 11 जून को होना था अब 12 जून को होगा। माना जा रहा है कि छात्र संगठनों के बंद के कारण यह परिवर्तन किया गया है।
राजधानी रांची में प्रदर्शनकारी सुबह ही निकले, सड़कों पर टायर जलाकर रोड जाम किया। हालांकि शहरी इलाके में बंद का असर नहीं रहा। रांची आने वाली सड़कों गुमला रोड, नामकुम, ओरमांझी, कांके आदि सड़कों पर प्रदर्शनकारियों की सक्रियता और जाम किये जाने की वजह से आवागमन पर असर पड़ा। प्रदर्शनकारियों से निबटने के लिए राजधानी में 1500 से अधिक जवानों को सड़कों पर उतारा गया था। मुख्यमंत्री आवास के इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
इधर, रांची सदर एसडीओ की अदालत ने झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के नेता देवेंद्र नाथ महतो सहित 11 छात्र नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी किया। बंद को देखते हुए जिलों में सुरक्षा के इंतजाम थे इसके बावजूद संताल, जमशेदपुर आदि जिलों ने अतिरिक्त फोर्स की मांग की। देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि झारखंड सरकार की 60:40 वाली नियोजन नीति मूलवासियों की हकमारी है। बाहरी लोग यहां की सरकारी नौकरियां हड़प लेंगे। इसी आधार पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाले जा रहे हैं।
एक छात्र नेता ने कहा कि हमारे अभियान के क्रम में प्रथम चरण में 42 सत्ता पक्ष के विधायक समेत कुल 72 विधायकों और 13 सांसदों ने इस नियोजन नीति का लिखित रूप से समर्थन किया है। कोयला नगरी धनबाद में भी सुबह से ही छात्रों की टोली सड़क पर निकलकर धरना पर बैठी रही। संताल और कोल्हान में बंद का ज्यादा असर रहा। पाकुड़ में बड़ी संख्या में छात्राएं भी सड़क पर धरना देती रहीं।
बोकारो में पेटरवार तेनु चौक पर बोकारो-रांची एनएच-23 और चंदनकियारी में सुभाष चौक, बोकारो-झरिया सड़क बिजुलिया में और बोकारो-धनबाद सड़क आइटीआई मोड़ में प्रदर्शनकारियों ने देरतक मुख्य सड़क को जाम रखा जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित रहा। चाईबासा में प्रदर्शनकारी सुबह से ही पैदल टोली में और बाइक से सड़क पर दुकानें भी बंद कराते दिखे। चाईबासा के चक्रधरपुर में प्रथम पाली में मुख्य बाजार की दुकानें भी बंद रहीं।