जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की द्वितीय वर्ष की छात्रा से कथित बलात्कार मामले में दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने पुलिस को नोटिस जारी कर जांच की विस्तृत जानकारी मांगी है। डीसीडब्ल्यू ने कहा कि मीडिया की खबरों के अनुसार 21 वर्षीय छात्रा शुक्रवार को अपनी दोस्त के घर से लौट रही थी जब कैब चालक ने रास्ते में कथित तौर पर उसे कुछ नशीला पदार्थ खिला उससे बलात्कार किया। उसने कहा कि इसके बाद वह उसे बेहोशी की हालत में एक पार्क में कथित तौर पर फेंक गया। खबरों में दावा किया गया कि महिला ने पुलिस को बताया कि उसके मंदिर मार्ग से कैब ली थी और चालक बलात्कार करने के बाद करीब तीन घंटे तक गाड़ी इधर-उधर घुमाता रहा।
डीसीडब्ल्यू ने कहा, ‘यह स्तब्ध करने वाली घटना है कि दिल्ली की सड़कों पर गश्ती दलों की कमी के कारण एक युवती के साथ बलात्कार हुआ।’ पैनल ने मामले में कितने लोगों की गिरफ्तारी की गई, प्राथमिकी की प्रति, मामले में की गई पीसीआर कॉल के संबंध में जानकारी और पुलिस के मौके पर पहुंचने में लगे समय सहित स्थिति रिपोर्ट मांगी है। उसने तीन घंटे के लिए कैब द्वारा लिए गए ‘रूट मैप’ की एक प्रति और सभी पुलिस चौकियों, नाकों, पीसीआर स्टेशन पॉइंट्स की जानकारी भी मांगी है। पैनल ने नौ अगस्त तक सभी सूचनाएं मुहैया कराने को कहा है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार की रात में वह दिल्ली के पंचकुइया रोड इलाके में अपने एक दोस्त के जन्मदिन की पार्टी में गई थी। रात में वापस जेएनयू लौटने के लिए उसने एक कैब ली। आरोप है कि उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम देकर उसे दिल्ली के आईआईटी गेट इलाके में फेंक दिया गया।
पीड़िता का आरोप है कि तीन घंटे तक उसे दिल्ली की सड़कों पर घुमाया गया और इस दौरान उसके साथ दरिंदगी को अंजाम दिया गया। सुबह जब वह बेसुध हालत में इलाके के कुछ लोगों को मिली तो उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया। उसके पास मौजूद आईकार्ड से उसकी पहचान हुई। उसे इलाज के बाद जेएनयू छोड़ दिया गया।
इसके बाद छात्रा ने अपने साथ हुए इस दरिंदगी की कहानी वार्डन और तमाम लोगों को बताई तो इसकी सूचना पहले वसंत कुंज पुलिस को दी, लेकिन कैब बुक करने की लोकेशन मंदिर मार्ग इलाका बताया गया जिसके बाद मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन को सूचना दी गई। पुलिस ने पीड़िता के आरोप पर मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता के बयानों में विरोधभास है। उन्हें लड़की के बारे में जानकारी सफदरजंग अस्पताल से मिली थी। उस पर नशे का प्रभाव है इसलिए जांच के बाद ही साफ होगा कि आखिर मामले की सच्चाई क्या है। पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है।