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पत्रकारों ने गैंगस्टर अतीक अहमद से पूछा, डर लग रहा है क्या? माफिया बोला- 'काहे का डर...'

गुजरात की साबरमती जेल से गैंगस्टर अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाने वाला पुलिस काफिा उत्तर प्रदेश में...
पत्रकारों ने गैंगस्टर अतीक अहमद से पूछा, डर लग रहा है क्या? माफिया बोला- 'काहे का डर...'

गुजरात की साबरमती जेल से गैंगस्टर अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाने वाला पुलिस काफिा उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गया है। अधिकारियों ने कहा कि गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद को अहमदाबाद जेल से प्रयागराज लाने वाला पुलिस काफिला सोमवार सुबह उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गया।

यूपी एसटीएफ और पुलिस के 45 कर्मी उसे सड़क मार्ग से ला रहे हैं। इसी दौरान रास्ते में एक जगह रुकने पर कुछ पत्रकारों ने अतीक से पूछा कि क्या डर लग रहा है, इस पर माफिया ने कहा कि काहे का डर। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के काफिले को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा एस्कॉर्ट किया जा रहा है, जो सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में प्रयागराज जाने के रास्ते में झांसी में प्रवेश करने से पहले रुका। जैसे ही काफिला शिवपुरी जिले के खराई में रुका और सफेद पगड़ी पहने अहमद शौच के लिए पुलिस वैन से नीचे उतरे, पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह "डर" रहे हैं, तो उन्होंने "काहे का डर" कहकर जवाब दिया।

अहमद को मंगलवार को एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा जब वह अपहरण के एक मामले में आदेश पारित करेगी जिसमें वह आरोपी है।

गौरतलब है कि अहमदाबाद में साबरमती सेंट्रल जेल से रविवार शाम बाहर निकलने के बाद अहमद ने आशंका जताई थी कि उसकी हत्या की जा सकती है। सुरक्षाकर्मियों द्वारा पुलिस वाहन में ले जाने के दौरान अहमद ने जेल के बाहर संवाददाताओं से कहा, ''हत्या, हत्या''।

बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रयागराज ले जाए जाने से पहले यहां साबरमती केंद्रीय जेल से बाहर निकलने के बाद माफिया अतीक अहमद ने रविवार को आशंका जताई कि उसकी हत्या की जा सकती है। जब पत्रकारों ने पूछा कि उन्हें पुलिस वैन में ले जाया जा रहा है, तो उन्हें डर क्यों लग रहा है, अहमद ने कहा, ‘‘मुझे इनका प्रोग्राम (योजना) मालूम है… हत्या करना चाहते हैं।’’

जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद शासन की ओर से गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके कुनबे के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। माफिया के कई गुर्गों, बेटे और पत्नी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। वहीं कारोबारी के अपहरण के केस में अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम रविवार शाम को माफिया अतीक अहमद को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। अतीक इस जेल में जून 2019 से बंद है।

अधिकारियों ने बताया कि अतीक को एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा, जो 28 मार्च को अपहरण के एक मामले में आदेश पारित करने वाली है, जिसमें वह आरोपी है। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम सुबह साबरमती जेल पहुंची और आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शाम करीब छह बजे एक पुलिस वैन में अहमद को लेकर निकल गई। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

 

समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद अहमद जून 2019 से साबरमती जेल में बंद हैं। उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार, अतीक अहमद को उसके गृह राज्य (उत्तर प्रदेश) से साबरमती जेल स्थानांतरित कर दिया गया था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य सुब्रत पाठक ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर अतीक अहमद का वाहन भी गैंगस्टर विकास दुबे की तरह पलट जाए।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद दुबे को कानपुर ले जाते समय रास्ते में पुलिस का वाहन संदिग्ध परिस्थितियों में पलट गया था, जिसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया था। घटना जुलाई, 2020 की है। पुलिस का दावा है कि दुबे ने भागने का प्रयास किया था।

वहीं, रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वाहन किस वक्त ‘पलटा’ और किसके कारण पलटा, इसे उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों की मदद से देखा जा सकता है।

अतीक अहमद पर भाजपा नेता की टिप्पणी के संबंध में सवाल करने पर लखनऊ में अखिलेश ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया होगा कि वाहन फलां जगह पलटेगा… मैंने पहले भी कहा था। आप गूगल और अमेरिका से मदद ले सकते हैं, हर सेकेंड का हिसाब रहता है। पता चल जाएगा कि वाहन कैसे पलटा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सब कुछ उपग्रह में होगा। यह रिकॉर्ड वहां होगा और यह कहीं नहीं जाएगा। तीन-चार साल बाद भी रहेगा। यह सब रिकॉर्ड हो चुका है। ऐसी गलतियां न करें।’’

वहीं, उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौड़ ने कहा कि अगर कोई अपराधी वाहन में हंगामा करता है, तो वह पलट सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर अपराधी पुलिस की हिरासत में है, तो उसे वाहन में शांति से बैठना चाहिए, ताकि वह सुरक्षित जेल पहुंच सके। अगर वह हाय-तौबा मचाएगा और वाहन से बाहर कूदने की सोचेगा, तो संघर्ष के कारण वाहन पलट सकता है।’’

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