हैदराबाद। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने सोमवार को नई दिल्ली में माननीय राष्ट्रपति के हाथों पंचायतों के संवर्धन के लिए तेलंगाना राज्य द्वारा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होने कहा कि तेलंगाना पंचायतों की हरियाली सहित विकास के कई विषयों में देशभर में अग्रणी राज्य बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी के लिए गर्व की बात है कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित 46 सर्वश्रेष्ठ पुरस्कारों में से 13 तेलंगाना राज्य ने जीते हैं।
पंचायत राज, ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण जलापूर्ति राज्य मंत्री एर्राबेल्ली दयाकर ने सोमवार को विज्ञान भवन में आयोजित "पंचायतों के संवर्धन पर राष्ट्रीय सम्मेलन - पुरस्कार समारोह" में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के हाथों राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्राप्त किया। सचिव संदीप कुमार सुल्तानिया, आयुक्त हनुमंत राव, संबंधित गांवों के सरपंच, जिला परिषद अध्यक्ष और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को सीएम केसीआर ने पुरस्कार प्राप्त करने पर बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये पुरस्कार ग्रामीण विकास सहित ग्रामीण विकास की दिशा में राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वित ग्रामीण विकास गतिविधियों का प्रमाण हैं। सीएम केसीआर ने यह स्पष्ट किया कि तेलंगाना राज्य पंचायतों के विकास में हमेशा अग्रणी रहा है । राष्ट्रपति द्वारा सबसे अधिक पुरस्कार प्राप्त करने के बाद तेलंगाना देश भर में ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अपने प्रयास लगातार जारी रखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कारों में पुरस्कारों का चयन 9 थीम आधारित श्रेणियों में किया गया, जबकि तेलंगाना राज्य ने 8 श्रेणियों में पुरस्कार जीते। सीएम केसीआर ने इस मौके पर कहा, 'देश भर की ढाई लाख ग्राम पंचायतों ने इन पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा की, जिनमें से केवल 46 गांवों को ही पुरस्कार मिला. इसमें से 13 पुरस्कार तेलंगाना को मिले। इसका मतलब यह है कि घोषित कुल राष्ट्रीय पुरस्कारों में से 30 प्रतिशत तेलंगाना राज्य द्वारा प्राप्त किए गए हैं। यह बहुत अच्छी बात है कि इन 13 रैंक में से 4 तेलंगाना को पहली रैंक मिली है।''