केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन को जमानत के लिए अदालत में बंध पत्र (श्योरिटी) पेश करने के एक दिन बाद गुरूवार को जेल से रिहा कर दिया गया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कप्पन को जेल से रिहा कर दिया गया है।
एक दिन पहले, लखनऊ की एक विशेष अदालत ने उनके खिलाफ दो मामलों में जमानत मिलने के एक महीने से अधिक समय बाद उनकी रिहाई के आदेश पर हस्ताक्षर किए।
केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन ने जेल से रिहा होने के बाद कहा कि, मैं 28 महीने बाद जेल से बाहर आया हूं। मुझे सपोर्ट करने के लिए मैं मीडिया का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मुझ पर झूठे आरोप लगाए गए। मैं अब बाहर आकर खुश हूं।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">I have come out of jail after 28 months. I want to thank the media for supporting me. False allegations were put against me. I am happy to be out now: Kerala journalist Siddique Kappan <a href="https://t.co/ggumEzfF7l">pic.twitter.com/ggumEzfF7l</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1620999932491759616?ref_src=twsrc%5Etfw">February 2, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
दरअसल, कप्पन के बुधवार शाम को जेल से बाहर निकलने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया जा सका क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम पर विशेष अदालत के न्यायाधीश बार काउंसिल के चुनाव में व्यस्त थे।
बता दें कि सिद्दीकी कप्पन को अक्टूबर 2020 में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) गिरफ्तार किया गया था, जब वह हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म और अनुसूचित जाति की 20 वर्षीय महिला की मौत की रिपोर्ट करने के लिए जा रहा था, जिसने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया था। पुलिस ने कहा कि वह अशांति पैदा करने के लिए वहां जा रहा था।