Advertisement

कांग्रेस के श्वेत पत्र को केटीआर ने बताया बेतुका, कहा- बीआरएस सरकार ने 10 सालों में 50 लाख करोड़ से अधिक का किया मूल्य सृजन

हैदराबाद। पूर्व मंत्री केटीआर ने रविवार को कांग्रेस के श्वेत पत्र का जवाब देते हुए कहां कि बीआरएस के 10...
कांग्रेस के श्वेत पत्र को केटीआर ने बताया बेतुका, कहा- बीआरएस सरकार ने 10 सालों में 50 लाख करोड़ से अधिक का किया मूल्य सृजन

हैदराबाद। पूर्व मंत्री केटीआर ने रविवार को कांग्रेस के श्वेत पत्र का जवाब देते हुए कहां कि बीआरएस के 10 वर्षों के शासनकाल में तेलंगाना देश में नंबर 1 राज्य बना। उन्होंने श्वेत पत्र को बेतुका बताते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए इसे लाई है। उन्होंने दावा किया है कि बीआरएस सरकार ने पिछले दशक में तेलंगाना में 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक का मूल्य सृजन सुनिश्चित किया है। के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) के शासन ने पिछले 10 वर्षों में तेलंगाना को कर्ज में डूबे राज्य में बदल दिया है।

केटीआर ने कहा कि तेलंगाना बनने के पीछे वहां के लोगों का लंबा संघर्ष और अनेकों कुर्बानियां शामिल हैं। तेलंगाना आंदोलन के नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के कार्यकाल में राज्य ने इतने बदलाव और प्रगति देखे हैं, जो कि अविश्वसनीय हैं।

रविवार को तेलंगाना भवन में राज्य में वित्त की स्थिति पर पार्टी का श्वेत पत्र ‘तेलंगाना स्वेधा पत्रम’ जारी करते हुए केटीआर ने कहा कि बीआरएस सरकार के काम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हाल के विधानसभा सत्र में, जब उन्होंने (कांग्रेस सरकार) श्वेत पत्र प्रस्तुत किया तो हमें अपने विचार प्रस्तुत करने का उचित मौका नहीं दिया गया। राज्य में हमारे अथक परिश्रम के बारे में लोगों को समझाने की जिम्मेदारी हमारी है।

यह कहते हुए कि तेलंगाना ने पिछले 10 वर्षों में प्रगति की है, केटीआर ने कहा, "प्रति व्यक्ति आय 2014 में 1,12,162 रुपये से बढ़कर 2023 में 3,17,115 रुपये हो गई। इसी तरह, जीएसडीपी 4.51 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 13.27 लाख करोड़ रुपये हो गई।" गरीबी भी 2014 के 21.92 प्रतिशत से घटकर चालू वित्त वर्ष में मात्र 5.8 प्रतिशत रह गई है।'' केटीआर ने वर्तमान कांग्रेस शासन को पिछली सरकार को बदनाम करने के बजाय अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का कहना है कि हमने राज्य को कर्ज में धकेल दिया, जो उसके श्वेत पत्र के अनुसार 6,71,157 करोड़ रुपये है। लेकिन हमारा कर्ज सिर्फ 3,17,015 करोड़ रुपए है क्योंकि बाकी स्व-दृष्टिकोण के तहत पूंजी निवेश के लिए उठाए गए ऋण हैं। और कुछ निगमों द्वारा जिनके पास बहुत बड़ा संपत्ति आधार है और वे अपने दम पर ऋण चुका सकते हैं। कांग्रेस सरकार का अपने श्वेत पत्र में यह दावा कि उसकी सरकार ने अपने 60 साल के शासन के दौरान तेलंगाना के लिए 4.98 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे, भी गलत है। इसके विपरीत 1956 के जेंटलमैन एग्रीमेंट के बाद, कांग्रेस पार्टी ने कई समितियों के सुझावों के बावजूद कि तेलंगाना अपने उचित हिस्से का हकदार है, तेलंगाना में उत्पन्न राजस्व को अन्यत्र खर्च किया।

केटीआर ने वित्त, कृषि, सिंचाई, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, हैदराबाद के विकास, सड़कों और इमारतों, आईटी और अन्य जैसे कई क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, "तेलंगाना राष्ट्र के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में खड़ा है। हम लोगों की आशा को मरने नहीं देंगे। हम लोगों के साथ खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad