Advertisement

आशीष खेतान को लेकर केजरीवाल पर कुमार विश्वास का तंज, बोले- एक और आत्मसमर्पित कुर्बानी

आम आदमी पार्टी इन दिनों मुसीबतों से जूझ रही है। उनकी पार्टी के कई बड़े नेता अब दूरियां बनाते दिख रहे...
आशीष खेतान को लेकर केजरीवाल पर कुमार विश्वास का तंज, बोले- एक और आत्मसमर्पित कुर्बानी

आम आदमी पार्टी इन दिनों मुसीबतों से जूझ रही है। उनकी पार्टी के कई बड़े नेता अब दूरियां बनाते दिख रहे हैं। इस बीच पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। आप में आशुतोष के बाद पत्रकार रहे आशीष खेतान के भी पार्टी छोड़ने की खबर है। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी से इस्तीफे की बात नहीं कही है, लेकिन उन्होंने ट्वीट कर यह संकेत दिया है कि वह अभी सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं हैं।

इसके बाद एक बार फिर से आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने अपने अंदाज में ही दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। कुमार विश्वास ने आशीष खेतान के इस्तीफे को एक और आत्मसमर्पित कुरबानी का नाम दिया है।

कुमार विश्वास ने ट्विटर के माध्यम से एक कविता साझा किया किया है। जिसमें उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है और यह बताया है। कुमार ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को आसन तक पहुंचाने में सबने योगदान दिया। इससे पहले जब आशुतोष के इस्तीफे की खबर आई थी, तब भी कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला था।

कुमार विश्वास ने एक और ट्वीट किया और लिखा- हम तो चंद्र गुप्त बनाने निकले थे, हमें क्या पता था चंदा गुप्ता बन जाएगा।

बता दें कि आशीष खेतान पहले ही दिल्ली डायलॉग कमिशन के वाइस चेयरमैन पद से इस्तीफा दे चुके हैं। खेतान ने लॉ प्रैक्टिस के लिए पार्टी से कुछ समय की छुट्टी ली थी।

आशीष ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘मैं अभी पूरी तरह से लीगल प्रैक्टिस पर ध्यान दे रहा हूं और इस वक्त सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं हूं।‘

आशुतोष ने 15 अगस्त को आम आदमी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने इसे निजी कारण बताया था, लेकिन आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आशुतोष को काफी मनाने की कोशिश की।

इससे पहले पंजाब में पार्टी नेता सुखपाल खैरा को आप ने नेता विपक्ष पद से हटाया तो लंबे विवाद के बाद खैरा समर्थित पार्टी खेमे ने खैरा पार्टी का पंजाब का प्रमुख घोषित कर दिया। इन सब विवादों पर नजर डालें तो लग रहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले आम आदमी पार्टी अपने कई बड़े नेताओं को पार्टी में बनाए रखने और उनका विश्वास जीतने में असफल साबित हो रही है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad