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अपराध: लॉरेंस के गुर्गे

लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के वे प्रमुख चेहरे जिनके माध्यम से वह जेल में बैठे-बैठे अपने काम को अंजाम दे...
अपराध: लॉरेंस के गुर्गे

लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के वे प्रमुख चेहरे जिनके माध्यम से वह जेल में बैठे-बैठे अपने काम को अंजाम दे रहा है

संपत नेहरा

संपत नेहरा

पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध एक कॉलेज का छात्र रहा संपत नेहरा उर्फ बलकारी कथित तौर पर 2012 में छात्र संघ के चुनाव के दौरान लॉरेंस के संपर्क में आया। इसे शॉर्प शूटर बताया जाता है। चंडीगढ़ पुलिस के एएसआइ के बेटे पर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और चंडीगढ़ में 65 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्‍या, हत्‍या की कोशिश, छिनैती, कार चोरी, डकैती और वसूली जैसे अपराध हैं। उसे 2018 में हरियाणा पुलिस की स्‍पेशल टास्‍क फोर्स ने गिरफ्तार किया था। वह बठिंडा की जेल में है।

रोहित गोदारा

रोहित गोदारा

राजस्‍थान के बीकानेर के किसान का बेटा रोहित गोदारा उर्फ रावतदास पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला, गैंगस्‍टर राजू ढीठ और करणी सेना नेता सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्‍या में शामिल था। राजस्‍थान पुलिस के मुताबिक उसके ऊपर हत्‍या, हत्‍या की कोशिश, वसूली, और आर्म्स एक्‍ट के तहत कम से कम 30 मुकदमे दर्ज हैं। वह इस साल सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी में भी आरोपी है। उसने कनाडा में पंजाबी पॉप गायक ए.पी. ढिल्‍लों के घर के बाहर गोलीबारी करने का भी दावा किया।

गोल्‍डी बराड़

गोल्डी बराड़

गृह मंत्रालय से आतंकी घोषित सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्‍डी बराड़ को लॉरेंस के जेल में बंद होने के बाद गिरोह का मुखिया बताया जाता है। मुक्‍तसर का रहने वाला पंजाब पुलिस के एएसआइ का यह बेटा 2022 में मूसेवाला की हत्‍या की जिम्‍मेदारी लेने के बाद चर्चा में आया। उसके खिलाफ इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटिस है और वह कनाडा की 25 मोस्‍ट वांटेड भगोड़ों की फेहरिस्‍त में शामिल है। उसके खिलाफ यूएपीए से लेकर हत्‍या, उगाही जैसे अपराध दर्ज हैं।

हाशिम बाबा

दिल्‍ली के गोकुलपुरी का रहने वाला 42 साल का हाशिम बाबा पुलिस के मुताबिक 2019 में तिहाड़ जेल में लॉरेंस के संपर्क में आया। बतौर पुलिस, वह लॉरेंस गिरोह को हथियार की सप्‍लाई करता रहा है। उसके खिलाफ 2018 और 2019 में मकोका के तहत दो मुकदमे दर्ज हैं और कथित तौर पर वह तिहाड़ जेल से ही अपने ऑपरेशन को अंजाम देता है।

विक्रमजीत सिंह

यूएई से कथित तौर पर निकाले जाने और जुलाई 2023 में एनआइए के पकड़ने के पहले तक विक्रमजीत सिंह बराड़ उर्फ विक्‍की अरब देशों में लॉरेंस गिरोह का काम देखता था। वह गिरोह के सदस्‍यों को अपराध अंजाम देने के लिए वित्‍तीय मदद और दूसरे इंतजाम किया करता था। फिलहाल, राजस्‍थान की एक जेल में कैद है। विक्‍की हनुमानगढ़ जिले के डिंगावाला गांव का रहने वाला बताया जाता है। पंजाब पुलिस के मुताबिक वह 2020 में दुबई चला गया था।

 

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