पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुम्भ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे तक 40 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुम्भ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुम्भ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया।
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अब तक 40 लाख से अधिक लोग गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि पौष माह के शुक्ल पक्ष के 15वें दिन पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान से सभी तरह के पाप कटते हैं।
उन्होंने कहा कि पौष पूर्णिमा के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी आज से प्रारंभ हो गया। इस दौरान लोग एक माह तक तीनों समय गंगा स्नान कर एक प्रकार का तप वाला जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं।
इससे पूर्व शनिवार और रविवार को मिलाकर 85 लाख से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया।