सोमवार को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए। यह मुठभेड़ पूर्वी महाराष्ट्र जिले के भामरागढ़ तालुका के जंगल में हुई, जिसमें गढ़चिरौली पुलिस की सी-60 विशेष लड़ाकू इकाई के कमांडो ने प्रमुख भूमिका निभाई। यह मुठभेड़ राज्य विधानसभा चुनाव से ठीक एक महीने पहले हुई है।
गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर नक्सलियों का एक समूह पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर जंगल में इकट्ठा हुआ था और हमले की योजना बना रहा था। एक अधिकारी ने फोन पर पीटीआई को बताया कि जिस इलाके में यह मुठभेड़ हो रही थी, वह छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर की सीमा पर है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में सी-60 कमांडो की 22 टीमों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो दस्तों ने जंगल क्षेत्र में दो अलग-अलग जगहों से नक्सल विरोधी अभियान चलाया। जैसे ही पुलिस और सीआरपीएफ के जवान उस इलाके में पहुंचे जहां माओवादी इकट्ठा हुए थे, उन्हें नक्सलियों की ओर से अंधाधुंध गोलीबारी का सामना करना पड़ा।
प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और इसके बाद हुई गोलीबारी में पांच माओवादी मारे गए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जंगल में तलाशी अभियान चल रहा है। मारे गए नक्सलियों की पहचान मंगलवार को गढ़चिरौली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताई जाएगी।