नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी अपने हजारों समर्थकों के साथ सोमवार को सड़कों पर उतर आईं। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप मेरी सरकार को बर्खास्त करना चाहते हैं तो कर दें, लेकिन मैं कभी भी नागरिकता संशोधन कानून को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने दूंगी। हालांकि राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा था कि मुख्यमंत्री का इस तरह प्रदर्शन करना असंवैधानिक होगा और इससे राज्य में प्रदर्शनकारियों को शह मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वे नागरिकता संशोधन कानून लागू करना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें मेरी लाश से गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून केंद्र सरकार वापस नहीं ले लेगी।
ममता के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस का प्रोटेस्ट मार्च शहर के मध्य में रेड रोड इलाके से चल कर 4 किलोमीटर दूर रवींद्रनाथ टैगोर के निवास स्थल जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी तक गया। यहां जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज का विरोध किया। यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर उन्होंने विरोध रैली निकाली।
इस बीच, राज्य के दूसरे शहरों में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन की खबरें हैं। पूर्वी मिदनापुर, मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और उत्तर 24 परगना में प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह रास्ते बंद कर दिए। कुछ जगहों पर ट्रेनें भी रोकी गई हैं। प्रदर्शन के कारण कई लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। मालदा, उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद हावड़ा, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद है। नदिया और बीरभूम में हिंसा और लूट की भी खबरें हैं।