पहलू खान मामले में निचली अदालत के फैसले को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है और इसे सरकार की लापरवाही करार दिया है। वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने निचली अदालत के फैसले को चौंकाने वाला बताया है।
मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'राजस्थान कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही और निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में सभी 6 आरोपी निचली अदालत से बरी हो गए, यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में राज्य की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था, शायद कभी नहीं।'
फैसला चौंकाने वालाः प्रियंका गांधी
वहीं, प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मॉब लिंचिंग को जघन्य अपराध बताया और अदालत के फैसले पर हैरानी जताई। प्रियंका ने लिखा, 'पहलू खान मामले में निचली अदालत का फैसला चौंका देने वाला है। हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है।' मामले में फैसला आने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि सरकार ऊपरी अदालत में अपील करेगी।
यह था मामला
बता दें कि पहलू खान हत्याकांड मामले में अलवर की जिला अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए सभी छह आरोपियों को बरी कर दिया। राजस्थान के अलवर में अप्रैल 2017 में भीड़ ने गोतस्करी के शक में पहलू खान की पिटाई की और इसके दो दिनों बाद उसकी मौत हो गई थी। गो तस्करी के शक में 1 अप्रैल 2017 को कथित गोरक्षकों की भीड़ द्वारा पहलू खान की जमकर पिटाई की गई थी। डेयरी बिजनस करने वाले पहलू की 2 दिन बाद ही मौत हो गई थी। जिस वक्त पहलू खान पर हमला हुआ था, उस समय वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। यह मामला देशभर की मीडिया में सुर्खियां बना था। काफी समय तक यह मामला सियासी गलियारों में भी उछला। पहलू खान की हत्या की वारदात में 9 आरोपी पकड़े गए थे, जिनमें तीन नाबालिग हैं। अन्य छह आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया गया।