मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में नया मोड़ सामने आया है। अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स केस से एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को हटा दिया गया है। इल मामले में समीर वानखेडे़ पर 8 करोड़ रुपये की रिश्वत का आरोप लगा है। वानखेड़े को हटाए जाने के बाद मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारी संजय सिंह के नेतृत्व में एसआईटी को सौंपी गई है।
वहीं, एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा है कि मुझे जांच से नहीं हटाया गया है। अदालत में मेरी रिट याचिका थी कि मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से की जाए। इसलिए आर्यन मामले और समीर खान मामले की जांच दिल्ली एनसीबी की एसआईटी कर रही है। यह दिल्ली और मुंबई की एनसीबी टीमों के बीच एक समन्वय है।
आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा समेत अन्य को मुंबई तट के पास क्रूज पोत पर छापेमारी के बाद एनसीबी ने तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। आर्यन आठ अक्टूबर से आर्थर रोड जेल में बंद थे। बॉम्बे हाई कोर्ट ने आर्यन को 28 अक्टूबर को जमानत दी थी।
डीडीजी मुथा अशोक जैन के मुताबिक, आर्यन खान और छह अन्य केस एनसबी ऑपरेशन (सेंट्रल टीम) को सौंपे गए हैं। इन 6 मामलों में नवाब मलिक के दामाद समीर खान के अलावा अरमान कोहली, इकबाल कासकर, कश्मीर ड्रग्स केस शामिल हैं। यह प्रशासनिक फैसला है।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों के बाद वानखेड़े एक बड़े विवाद के केंद्र में रहे हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आर्यन खान मामले में एनसीबी के गवाह प्रभाकर सैल ने उनके रिकॉर्ड और मामलों को संभालने पर सवाल उठाए।