भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इलेक्ट्रोनिक टोल संग्रह के लिए फास्ट टैग की उपलब्धता के लिए आरबीआई और एनपीसीआई के साथ विचार विमर्श के बाद दो क्रांतिकारी कदम उठाए है। इनमे फास्टटैग की आनलाइन बिक्री और टोल प्लाजा के निकट सर्व सेवा केंद्र (सीएससी) द्वारा आफलाइन बिक्री सम्मिलित है। फास्टटैग वाहनों के लिए विशेष लेन की शुरूआत 1 सितंबर, 2017 से की जायेगी।
फास्टटैग को बैंकों की वेबसाइट, एनएचएआई वेबसाइट और आईएचएमसीएल की वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है और यह खरीदार के घर पर कोरियर के द्वारा पंहुचाया जायेगा। ऑनलाइन बिक्री के अलावा 18 अगस्त 2017 से फास्टटैग टोल प्लाजा के निकट सर्व सेवा केंद्र (सीएससी) के बिक्री केंद्र से भी खरीदे जा सकेगे। सीएससी के पास अपने विशाल नेटवर्क द्वारा कम अवधि में 20 करोड़ आधार कार्ड बनाने और डिजिटल इंडिया में कई उपलब्धियां हासिल करने का रिकार्ड दर्ज है। उम्मीद है कि सीएससी के साथ जुडने के बाद इलेक्ट्रोनिक टोल संग्रह (ईटीसी) को ओर बल मिलेगा।
सभी टोल प्लाजा में आरएफआईडी रीडर को लगाने ओर एकीकरण संबधी हाईब्रिड ईटीसी कार्य प्रगति पर है और इसके 31अक्टूबर, 2017 तक पूरा होने की संभावना है। सभी हाईब्रिड लेन में से एक को विशेष तौर पर फास्टटैग वाहनों के लिए आरक्षित रखा जायेगा। इसमें टोल भुगतान का अन्य माध्यम स्वीकार नही किया जायेगा। फास्टटैग वाहनों के लिए विशेष लेन की शुरूआत 1 सितंबर, 2017 से की जायेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कैशलेश अर्थव्यवस्था की मुहिम के अनुरूप एनएचएआई अपने क्षेत्र में आने वाले सभी टोल प्लाजा में ईटीसी आधारभूत ढांचे की स्थापना और प्रभावी क्रियान्वयन में कार्यरत है। इस दिशा में एनएचएआई द्वारा किए जा रहे कार्य से राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करने वालों को सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान की जा से सकेगी।
कैसे करेगा काम
ईटीसी लगे वाहनों के लिए टोल प्लाजा पर अलग से लेन होगी। प्लाजा पर लगे सेंसर फास्टटैग को कुछ मीटर की दूरी से ही पढ़ लेगा और खुद-ब-खुद टैक्स अदा हो जाएगा। कुछ देर में यात्री को उसके बैंक एकाउंट से निकलने वाले पैसे की जानकारी एसएमएस के जरिये मोबाइल पर मिल जाएगी। भविष्य में इस टैग के जरिये पेट्रोल भरवाने और राज्य सीमा के चेकपोस्ट पर भुगतान करने जैसे काम भी किए जा सकेंगे।