उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोई भी धर्म घृणा का पाठ नहीं पढ़ाता, इस बात पर बल देते हुए लोगों से कुछ व्यक्तियों द्वारा आतंक को बढ़ावा देने के लिए धर्म का इस्तेमाल किए जाने की गिरफ्त में नहीं आने की अपील की।
उपराष्ट्रपति ने राजधानी दिल्ली स्थित लालकिले में आठवें थियेटर ओलंपिक्स का उद्घाटन करते हुए तथा उसका प्रतीक चिह्न ‘फ्लैग ऑफ फ्रेंडशिप’ जारी करते हुए कहा कि कला एवं सृजनात्मकता लोगों को मन-मस्तिष्क को ढ़ालने में अहम भूमिका निभा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘कोई भी धर्म घृणा का पाठ नहीं पढ़ाता लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग आतंक को बढ़ावा देने के लिए धर्म का उपयोग कर रहे हैं और हमें उसकी गिरफ्त में नहीं आना चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि हम एक हैं।’
नायडू ने कहा, ‘हमारे बीच भले ही मतभेद हों, कुछ छोटे मोटे एक जैसे मुद्दे हों लेकिन आखिरकार हम इंसान हैं।’