हैदराबाद। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना सशस्त्र संघर्ष के दौरान चित्याला ऐलम्मा की बहादुरी और गतिशीलता आज की पीढ़ी के लिए बहुत प्रेरणादायक है। चित्याला ऐलम्मा जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके बलिदान और लड़ाई की भावना को याद किया। उन्होने एक लोकतांत्रिक कार्यकर्ता के रूप में सराहना करते हुए कहा कि चियत्मा ने अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए अदालतों में कानूनी लड़ाई लड़ी और निचले वर्गों के आत्मसम्मान का प्रतीक थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी प्रेरणा तेलंगाना की उपलब्धि और उसके बाद की प्रगति में शामिल है। राज्य सरकार चित्याला ऐलम्मा के बलिदान को रेखांकित करने के लिए आधिकारिक तौर पर उनकी जयंती और पुण्य तिथि कार्यक्रम आयोजित कर रही है। केसीआर ने कहा कि राज्य सरकार तेलंगाना के लोगों के कल्याण के लिए जिस तरह काम कर रही है, वैसा देश में कहीं नहीं किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं, बीसी और एमबीसी के विकास और कल्याण के लिए कई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। राज्य सरकार निचली जातियों के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार कर रही है और बीसी और एमबीसी महिलाओं के कल्याण के लिए उनके प्रयास जारी रहेंगे।
कोंडा लक्ष्मण बापूजी की 108वीं जयंती पर किया याद
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि कोंडा लक्ष्मण बापूजी, जिन्होंने धैर्य और विश्वास के साथ तेलंगाना राज्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष का नेतृत्व किया, तेलंगाना के कमजोर वर्गों की गतिशीलता और आत्म-सम्मान का प्रतीक बन गए। 108वीं जयंती की जयंती पर उनकी सेवाओं और बलिदान को याद करते हुए सीएम ने कहा कि देश की स्वतंत्रता आंदोलन, तेलंगाना आंदोलन के पहले और तीसरे चरण में उनके संघर्ष ने हर पीढ़ी को बहुत प्रभावित किया। विधायक, उपसभापति और मंत्री जैसे कई पदों पर रहे बापूजी ने तेलंगाना के लिए मंत्री पद त्याग दिया और इतिहास में एक प्रतिबद्ध नेता बन गए।