पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा बहाल करने के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी और कहा कि अनुच्छेद 370 पर उच्चतम न्यायालय का फैसला "भगवान का फैसला नहीं" है।
उनकी यह टिप्पणी शीर्ष अदालत द्वारा 11 दिसंबर को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के फैसले को बरकरार रखने के कुछ दिनों बाद आई है, जिसने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था, और "जल्द से जल्द" राज्य का दर्जा बहाल करने का निर्देश दिया था। साथ ही अगले साल 30 सितंबर तक विधानसभा चुनाव भी होंगे।
महबूबा मुफ्ती ने कुपवाड़ा में संवाददाताओं से कहा, "हमें हिम्मत नहीं हारनी है। हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट भगवान नहीं है। उसी सुप्रीम कोर्ट ने पहले कहा था कि संविधान सभा की सिफारिश के बिना अनुच्छेद 370 में संशोधन नहीं किया जा सकता है। वे भी विद्वान न्यायाधीश थे। आज कुछ अन्य न्यायाधीशों ने फैसला सुनाया। हम इसे भगवान का फैसला नहीं मान सकते।''
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने का विरोध करने वाले लोग चाहते हैं कि हम हार मान लें। उन्होंने कहा, "हमारे विरोधी चाहते हैं कि हम लड़ाई छोड़ दें लेकिन हम आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे। हमने बहुत बलिदान दिया है और हम उन्हें व्यर्थ नहीं जाने दे सकते।"