सेल्फी के चक्कर में लोग सेल्फिश होते जा रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर जिले में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है, जिसमें एक दुर्घटना में घायल हुए लोगों की मदद करने की बजाय स्थानीय लोग सेल्फी और वीडियो बनाते रहे। तीनों घायलों की मौत हो गयी।
दुर्घटना के शिकार तीन घायलों में से एक व्यक्ति खून में लथपथ था और दर्द से कराह रहा था लेकिन भीड़ में से कोई भी व्यक्ति उसकी मदद करने को आगे नहीं आया बल्कि लोग सड़क पर पड़े घायलों की सेल्फी और वीडियो बनाते रहे।
पुलिस ने कहा कि यदि समय पर घायलों को मदद मिल जाती तो तीन में से दो को बचाया जा सकता था। घायलों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई। एक घायल की बाड़मेर के अस्पताल में उपचार के दौरान और एक अन्य घायल की जोधपुर के अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई।
बाड़मेर के चौहटन थानाधिकारी मनोहर ने आज बताया कि सोमवार को चौहटन क्षेत्र में मोटर साइकिल पर जा रहे तीन दोस्तों को एक स्कूल बस ने टक्कर मार दी थी, जिससे तीनों बाइक सवार घायल हो गये थे।
उन्होंने बताया कि हादसे में परमानंद मेघवाल की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं दो घायलों चदांराम एवं गेमराराम को उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर लाया गया। उपचार के दौरान गेमराराम की बाड़मेर में मौत हो गयी। वहीं गंभीर रूप से घायल चंदाराम को जोधपुर रैफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसकी भी मौत हो गयी। तीनों मृतकों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच थी।
थानाधिकारी ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि यह मानवता के खिलाफ है, जो लोग वहां मौजूद थे उन्हें घायलों की मदद करनी चाहिए थी, लेकिन मदद की बजाय सेल्फी और वीडियो बनाने में व्यस्त थे, मुझे भी इसकी जानकारी बाद में मिली।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक मिनट 43 सेकेंड के वीडियो में लगभग 20 लोग दुर्घटना स्थल पर दिखाई दे रहे हैं लेकिन कोई भी घायलों की मदद के लिए आगे नहीं आया।
Barmer: Three people who met with a road accident, succumbed to injuries even as onlookers clicked pictures and selfies instead of helping them. #Rajasthan (10.7.18) pic.twitter.com/h83Ejv0zw0
— ANI (@ANI) July 11, 2018