प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।शनिवार को पीएम मोदी ने वाराणसी का दौरा किया, जहां उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की और 9.7 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 20,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की।
इस धनराशि के जारी होने के साथ ही योजना के अंतर्गत अब तक कुल संवितरण 3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।पीएम-किसान योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसे प्रधानमंत्री ने फरवरी 2019 में भूमिधारक किसानों की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया था। इस योजना के तहत, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से किसानों के आधार-लिंक्ड बैंक खातों में तीन समान किश्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ हस्तांतरित किया जाता है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में लगभग 2,200 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।
अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के 51वें दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी-भदोही मार्ग और छितौनी-शूल टंकेश्वर मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ मोहन सराय-अदलपुरा मार्ग पर भीड़भाड़ को कम करने के लिए हरदत्तपुर में रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया।उन्होंने दालमंडी, लहरतारा-कोटवा, गंगापुर, बाबतपुर सहित कई ग्रामीण और शहरी गलियारों में व्यापक सड़क चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण तथा लेवल क्रॉसिंग 22सी और खालिसपुर यार्ड पर रेलवे ओवरब्रिज की आधारशिला रखी।
क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को मजबूत करते हुए, प्रधानमंत्री ने स्मार्ट वितरण परियोजना के तहत विभिन्न कार्यों और 880 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले बिजली के बुनियादी ढांचे को भूमिगत करने की आधारशिला रखी।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ने नदी तट पर स्थित आठ कच्चे घाटों के पुनर्विकास, कालिका धाम में विकास कार्यों, शिवपुर स्थित रंगीलदास कुटिया में तालाब और घाट के सौंदर्यीकरण और दुर्गाकुंड के जीर्णोद्धार एवं जल शोधन कार्यों का उद्घाटन किया। उन्होंने कर्दमेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य, कई स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मस्थली करखियाँ के विकास, सारनाथ, ऋषि मांडवी और रामनगर अंचल में शहरी सुविधा केंद्रों, लमही में मुंशी प्रेमचंद के पैतृक घर के पुनर्विकास और संग्रहालय के उन्नयन आदि का शिलान्यास किया। उन्होंने कंचनपुर में शहरी मियावाकी वन के विकास और शहीद उद्यान तथा 21 अन्य पार्कों के पुनर्विकास एवं सौंदर्यीकरण की भी आधारशिला रखी।