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दाऊदी बोहरा के कार्यक्रम में बोले PM मोदी- 'मैं यहां न तो पीएम और न ही सीएम हूं... इस परिवार से 4 पीढ़ियों से जुड़ा हूं'

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को शहर में नगरपालिका चुनावों से पहले दाऊदी बोहरा मुसलमानों के...
दाऊदी बोहरा के कार्यक्रम में बोले PM मोदी- 'मैं यहां न तो पीएम और न ही सीएम हूं... इस परिवार से 4 पीढ़ियों से जुड़ा हूं'

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को शहर में नगरपालिका चुनावों से पहले दाऊदी बोहरा मुसलमानों के शिक्षण संस्थान, मुंबई के मारोल में अलजामिया-तुस-सैफियाह (सैफी अकादमी) के नए परिसर का उद्घाटन किया। मोदी ने कहा कि वह यहां उनके प्रधान मंत्री के रूप में नहीं बल्कि उनके परिवार के हिस्से के रूप में है।

मोदी ने कहा, "मैं यहां न तो पीएम के रूप में हूं और न ही सीएम के रूप में। मेरे पास जो सौभाग्य है, वह शायद बहुत कम लोगों को मिला है। मैं इस परिवार से 4 पीढ़ियों से जुड़ा हूं। सभी 4 पीढ़ियां मेरे घर आई हैं।"

पीएम ने कहा कि किसी समुदाय, समाज या संगठन की पहचान इस बात से होती है कि समय के अनुसार उसने अपनी प्रासंगिकता को कितना कायम रखता है। समय के साथ परिवर्तन और विकास की इस कसौटी पर दाऊदी बोहरा समुदाय ने हमेशा खुद को साबित किया है। अल्जामी-तुस-सैफियाह जैसे महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों का विस्तार उसी का जीता जागता उदाहरण है।

पीएम मोदी ने कहा कि दाऊदी बोहरा समुदाय से मेरा नाता पुराना ही नहीं बल्कि किसी से छिपा भी नहीं है। अपनी एक यात्रा के दौरान, मैंने सैयदना साहब को 98 वर्ष की आयु में 800 सौ से अधिक छात्रों को पढ़ाते हुए देखा। वह घटना मुझे आज तक प्रेरित करती है।

उन्होंने कहा कि जब भी मुझे सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब से बातचीत करने का मौका मिला, उनकी सक्रियता और सहयोग ने मुझे हमेशा ऊर्जा से भर दिया। मेरे गुजरात से दिल्ली आने के बाद भी वह मुझ पर प्यार बरसाते रहे। शिक्षा के क्षेत्र में भारत कभी नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों का केंद्र हुआ करता था। पूरी दुनिया से लोग यहां सीखने और पढ़ने आते थे। हमें अगर देश के वैभव को वापस लाना है तो हमें शिक्षा के उस गौरव को भी वापस लाना होगा।

अल्जामिया-तुस-सैफिया दाऊदी बोहरा समुदाय का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है। अकादमी समुदाय की सीखने की परंपराओं और साहित्यिक संस्कृति की रक्षा के लिए काम करती है, और नया केंद्र अरबी शिक्षा प्रदान करेगा।

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