प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के आणंद में महात्मा गांधी को समर्पित एक संग्रहालय, अमूल चॉकलेट के एक संयंत्र और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इसके बाद जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम जन-धन, वन धन और गोबर धन पर ध्यान दे रहे हैं। इससे हमारे किसानों को मदद मिलेगी। आज समय आ गया है कि हम नवोन्मेष और मूल्य संवर्धन को महत्ता दें। हमारे देश में एक समय था जब हम अभाव के प्रभाव में जीते थे। तब शासन की निर्णय प्रक्रिया अलग हुआ करते थे। आज हमारे सामने संकट अभाव का नहीं है, आज देश के अंदर चुनौती विपुलता की है।‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने गुजरात की बहुत सी डेयरियों को कहा है कि वह मीठी क्रांति पर भी काम करें, जो मधुमक्खियों से संबंधित है। मुझे मालूम है कि बनास डेयरी और अमरेली की डेयरी ने इस दिशा में सराहनीय काम किया है।‘
उन्होंने कहा, ‘कुछ सालों में अमूल 75 साल पूरे कर लेगा। हम ये सोचें के अमूल 75वीं वर्षगांठ पर और 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर वह अपने लिए क्या लक्ष्य तय कर सकता है।‘
1100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का उद्घाटन
पीएम मोदी ने आणंद में 1100 करोड़ रुपये के अलग-अलग प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। इसमें अमूल अल्ट्रा मॉडल चॉकलेट प्लांट, आणंद में विंध्या डेयरी के स्टूडेंट ट्रेनिंग आइसक्रीम प्लांट, आणंद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के फूड प्रोसेसिंग सेंटर, मुजकुमाव में देश की प्रथम सोलर को-ऑपरेटिव सोसायटी, आणंद में अमूल मिल्क प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और बटर मेन्युफेक्चरिंग प्लांट का उद्घाटन किया। वहीं खात्रज में अमूल चीज़ मेन्युफेक्चरिंग प्लांट का शिलांन्यास किया।
महात्मा गांधी को समर्पित जो संग्रहालय बनाया गया है, वह एक स्कूल है। महात्मा गांधी ने 1887 में इस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा की थी। आजादी के बाद इस स्कूल का नाम बदलकर मोहनदास गांधी हाईस्कूल रख दिया गया था। अधिकारियों द्वारा इसे संग्रहालय में तब्दील करने के उद्देश्य से 2017 में इसे बंद कर दिया गया था।