पीएनबी घोटाले के आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के परिवार के सदस्यों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू हो गया है। इंटरपोल ने नीरव की बहन पूर्वी मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल ने सभी 192 सदस्य देशों से कहा है कि यदि यह व्यक्ति उनके यहां देखा जाता है तो उसे गिरफ्तार या हिरासत में ले लिया जाए। इसके बाद उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू होगी।
नीरव के मामा मेहुल चोकसी की ओर से रेड कार्नर को लेकर लगाई गई गुहार पर इंटरपोल अगले महीने फैसला लेगा। फ्रांस के लियोन में इंटरपोल कमेटी रेड कार्नर नोटिस पर अक्टूबर में फैसला लेगी। भारत ने मेहुल चोकसी के खिलाफ काफी मजबूत केस तैयार किया है। इसके पहले इंटरपोल ने भारत की रेड कार्नर नोटिस की सिफारिश को होल्ड कर लिया था क्योंकि मेहुल चोकसी ने इंटरपोल के सामने दावा किया था कि उसके खिलाफ केस राजनीतिक साजिश के तहत लगाए गए हैं। चोकसी ने भारतीय जेलों की खराब स्थिति का मामला भी उठाया था जिसका सीबीआई ने खंडन किया।
भंसाली की जांच में बताई जरूरत
इंटरपोल ने नीरव के सहयोगी और वरिष्ठ एग्जिक्यूटिव मिहिर आर भंसाली के खिलाफ भी रेड कार्नर नोटिस जारी किया है। यह कदम 13 हजार करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में उठाया गया है। अंतरराष्ट्रीय वारंट के रूप में जारी नोटिस में कहा गया है कि भारतीय एजेंसियों को मनी लांड्रिंग की जांच में भंसाली की जरूरत है।
प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा भारत
नीरव मोदी के यूनाइटेड किंगडम में होने की जानकारी के बाद भारत ने उसके प्रत्यर्पण की कोशिश शुरू कर दी है। मेहुल चोकसी के इस समय एंटीगुआ में हैं और उसने इस देश की नागरिकता भी ले ली है। मेहुल चोकसी ने देश से भागने से पहले ही पूरा प्लान तैयार कर लिया था। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी 13 हजार करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी हैं।