कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की ओर से 10 नवबंर को टीपू सुल्तान की जयंती मनाए जाने को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बड़ा बयान दिया। 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने टीपू सुल्तान को एक ऐसा योद्धा करार दिया जो अंग्रेजों से लड़ते हुए ऐतिहासिक मौत को प्राप्त हुए।
कर्नाटक विधानसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टीपू सुल्तान युद्ध तकनीक में अग्रणी थे, उनकी मौत ब्रिटिशों के साथ ऐतिहासिक लड़ाई में हुई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर बेंगलुरू पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कर्नाटक विधानसभा के 60वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। इसी दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने टीपू सुल्तान को लेकर अपनी बात रखी।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रपति ने इस दौरान यह भी कहा कि टीपू सुल्तान ने मैसूर रॉकेट के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और युद्ध के दौरान इनका बेहतरीन इस्तेमाल किया। इसी रॉकेट का बाद में यूरोप के लोगों ने भी इस्तेमाल किया। राष्ट्रपति कोविंद की टीपू सुल्तान को लेकर ये टिप्पणी काफी अहम है। ऐसा इसलिए क्योंकि कर्नाटक सरकार ने ऐलान किया है कि हर साल 10 नवंबर को टीपू सुल्तान की जयंती का आयोजन किया जाएगा।
Tipu Sulatn died historic death fighting British.He was also pioneer in use of Mysore rockets in warfare: Pres Kovind in #Karnataka Assembly pic.twitter.com/t4M5pTe06c
— ANI (@ANI) October 25, 2017
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार 10 नवंबर को टीपू सुल्तान जयंती मनाने जा रही है, जिसका बीजेपी विरोधी कर रही है। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनंतकुमार हेगड़े ने पिछले दिनों टीपू सुल्तान को 'बलात्कारी' और 'क्रूर हत्यारा' करार दिया था। उन्होंने ट्विट कर कहा कि ऐसे व्यक्ति का जन्मदिन मनाना शर्मनाक है, जो क्रूर हत्यारा रहा है और जिसने बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ बलात्कार किया। उन्होंने राज्य सरकार से यह भी कहा कि टीपू सुल्तान जयंती के कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों की सूची से उनका नाम हटा दे। हेगड़े के इस तरह के ट्विट के बाद विवाद शुरू हो गया और टीपू के वंशजों ने केंद्रीय मंत्री से सशर्त माफी मांगने के लिए कहा था। टीपू के वंशज साहबजादा मंशूर अली ने कहा है कि वे इस बयान के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।
बता दें कि कर्नाटक में पिछले दो साल से टीपू जयंती मनाई जा रही है। इसका बीजेपी नेता पहले भी इसका विरोध करते रहे हैं।