रिटायर्ड आईएएस अधिकारी संजय कोठारी को नया केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) नियुक्त किया गया है। शनिवार को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में सीवीसी के तौर पर शपथ ली। संजय कोठारी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव भी रह चुके हैं। सीवीसी का पद के वी चौधरी का कार्यकाल पूरा होने के बाद पिछले साल जून से खाली पड़ा था।
फरवरी में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय चयन पैनल ने कोठारी के नाम की सिफारिश की थी। उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए सीवीसी की नियुक्ति के लिए अपनाई प्रक्रिया को गैर-कानूनी और असंवैधानिक बताया था और फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की थी। कोठारी की नियुक्ति को लेकर अब भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध बढ़ सकता है।
नियुक्ति पर कांग्रेस ने खड़े किए थे सवाल
उनकी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए फरवरी में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने सीवीसी की नियुक्ति के लिए फिर से आवेदन आमंत्रित करते हुए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि हम मांग करते हैं कि पूरी प्रक्रिया को समाप्त करने की आवश्यकता है और एक नई समिति गठित की जानी चाहिए। नई समिति गठित कर नए सिरे से आवेदन आमंत्रित करने की आवश्यकता है।
हरियाणा कैडर के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी कोठारी के नाम पर नए सीवीसी के रूप में मुहर इसी साल फरवरी महीने में लगी थी। कोठारी जून, 2016 में डीओपीटी सचिव के तौर पर सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद उन्हें नवंबर 2016 में लोक उद्यम चयन बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। कोठारी को जुलाई 2017 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव पद पर नामित किया गया।
अगले साल जून तक होगा कार्यकाल
सीवीसी की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा चयन समिति की सिफारिश पर की जाती है, प्रधानमंत्री इसके अध्यक्ष के रूप में होते हैं और गृह मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता इसके सदस्य होते हैं। सीवीसी प्रमुख का कार्यकाल चार साल का होता है या जब तक कि 65 साल की उम्र नहीं हो जाती। कोठारी का कार्यकाल अगले साल जून के अंत तक होगा। सीवीसी में एक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और दो सतर्कता आयुक्त हो सकते हैं।
वर्तमान में, सतर्कता आयुक्त शरद कुमार अंतरिम केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में काम कर रहे हैं। कोठारी की नियुक्ति के बाद, आयोग में अभी भी एक सतर्कता आयुक्त का पद खाली है। इस बीच, केंद्र सरकार ने सोमवार को कपिल देव त्रिपाठी को राष्ट्रपति का सचिव नियुक्त किया था। असम-मेघालय कैडर के 1980 बैच के आईएएस (सेवानिवृत्त) अधिकारी, त्रिपाठी पीईएसबी के अध्यक्ष हैं।