हाल ही में ‘जननायक एक्सप्रेस’ की पूरी बोगी तब एक मैटरनिटी वार्ड में तब्दील हो गई, जब एक महिला प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी। ये काम जीआरपीएफ (रेलवे पुलिस) के अधिकारियों के तत्परता और सूझबूझ से किया गया। सीतापुर कैंट स्टेशन पर जैसे ही जननायक एक्सप्रेस पहुंची वैसे ही 30 वर्षीय सुमन देवी नामक एक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी।
पीटीआई के मुताबिक, सुमन देवी बच्चे को जन्म देने के लिए अपने पति के साथ ‘जननायक एक्सप्रेस’ से गोरखपुर जा रही थीं। जैसे ही ट्रेन सीतापुर पहुंची महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी और उसकी हालत काफी खराब हो गई। इसके बाद महिला के पति हरिओम ने इसकी सूचना जीआरपी के एसओ सुरेश यादव को इसकी सूचना दी। सुरेश यादव इसके बाद एक महिला कांस्टेबल और डॉक्टर के साथ वहां पहुंचे।
यादव ने बिना किसी देरी के बोगी के भीतर ही डिलवरी का इंतजाम करने लगे। इसके लिए उन्होंने महिला यात्रियों की भी मदद ली। सुमन ने लड़के को जन्म दिया इस बीच सीतापुर जिला अस्पताल तक ले जाने के लिए एक एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया। इस घटना की वजह से ट्रेन में 1 घंटे की देरी भी हुई। यादव ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।