महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं। कई नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बारिश और बाढ़ के चलते कोंकण क्षेत्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रायगढ़ में हुए तीन भूस्खलन में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। रेस्क्यू के लिए स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें भी तैनात कर दी गई है।
वहीं, मुंबई के गोवंडी इलाके में इमारत ढहने से 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि 7 लोग घायल बताए जा रहे हैं। बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू में प्रशासन की मदद के लिए वेस्टर्न नेवल कमांड मुंबई ने फूड रेस्क्यू टीम और हेलिकॉप्टर भेजे हैं। 7 नौसैनिक रेस्क्यू टीमें सड़कमार्ग से रत्नागिरी और रायगढ़ जिले में भेजी गई हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, महाराष्ट्र रायगढ़ में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। यहां तीन जगह हुए भूस्खलन में 36 की मौत हो चुकी है। भारतीय नौसेना ने प्रभावित इलाकों की एरियल सर्वे के दौरान तस्वीर ली है जिसमें अधिकतर इलाका पूरी तरह जलमग्न दिख रहा है।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> Incessant rains damage roads in Mahad of Raigad district in Maharashtra<br><br>A total of 36 people have died in the district due to landslides <a href="https://t.co/kebygVcPjt">pic.twitter.com/kebygVcPjt</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1418496762201788417?ref_src=twsrc%5Etfw">July 23, 2021</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश और भूस्खलन से हुआ हादसा बेहद दुखद है। मैंने इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे और एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान से बात की है। एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। केंद्र वहां हर संभव मदद कर रहा है।
वहीं महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि रायगढ़ के तलाई गांव में भूस्खलन से कई लोगों की जान चली गई है। कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैंने उन लोगों को निकालने और स्थानांतरित करने का आदेश दिया है जो उन क्षेत्रों में रह रहे हैं जहां भूस्खलन की संभावना है।
पुणे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक के एस होसलिकर ने कहा कि सतारा में लोकप्रिय पर्वतीय क्षेत्र महाबलेश्वर में 22 जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे से 23 जुलाई को देर रात एक बजे तक, करीब 17 घंटों में 483 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बता दें कि महाराष्ट्र के महाबलेश्वर और सतारा जिले के नवाजा में पिछले दो दिनों में हुई अत्यधिक भारी बारिश से राज्य के निकटवर्ती तटीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों में, खासकर रत्नागिरि और रायगढ़ जिलों में बाढ़ आ गई है। कोंकण क्षेत्र के इन दो जिलों में कई स्थान पानी में डूबे हुए हैं और प्रशासन वहां फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कदम उठा रहा है।