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हिमाचल में बारिश: शिमला में ताजा भूस्खलन से 8 घर ढह गए, 2 लोगों के फंसे होने की आशंका; राहत अभियान शुरू

शिमला के कृष्णानगर इलाके में मंगलवार शाम हुए भूस्खलन में छह अस्थायी सहित कम से कम आठ घर जमींदोज हो गए...
हिमाचल में बारिश: शिमला में ताजा भूस्खलन से 8 घर ढह गए, 2 लोगों के फंसे होने की आशंका; राहत अभियान शुरू

शिमला के कृष्णानगर इलाके में मंगलवार शाम हुए भूस्खलन में छह अस्थायी सहित कम से कम आठ घर जमींदोज हो गए और एक बूचड़खाना मलबे में दब गया। मकानों के मलबे में दो लोगों के फंसे होने की आशंका है। एक बड़े पेड़ के उखड़ने से भूस्खलन हुआ, जिससे बहरे शोर के साथ घरों का एक समूह ढह गया। वहीं, भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने हाल की बारिश के मद्देनजर आज हिमाचल प्रदेश में राहत अभियान शुरू किया।

शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि कम से कम दो लोगों के फंसे होने की आशंका है और मलबे में और लोगों के दबे होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। अधिकारियों ने कहा कि सुबह कुछ घरों में दरारें आ गईं जिसके बाद अधिकांश निवासियों ने उन्हें खाली कर दिया।

स्थानीय पार्षद बिट्टू पन्ना ने कहा कि बूचड़खाने के अंदर मौजूद कम से कम दो लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। आस-पास के घरों में लोगों के चीखने-चिल्लाने और कैदियों को तुरंत चले जाने के लिए कहने के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए।

घटनास्थल पर लोगों के मदद के लिए पुकारने और सुरक्षा के लिए भागने के दिल दहला देने वाले दृश्य देखे गए। जैसे ही पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और स्थानीय लोगों ने बचाव अभियान शुरू किया, आसपास के घरों के कई निवासी अपना सामान लेकर बाहर भाग गए।

स्लाइड की तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंची एक महिला ने बताया, ''मेरे पति मलबे में फंसे हुए हैं।'' बूचड़खाने के कर्मचारी आत्मा राम ने बताया कि उनके मैनेजर के मलबे में फंसे होने की आशंका है। इस बूचड़खाने के निर्माण के समय यहां स्लाइडें बनाई गई थीं और मकान खाली कराए गए थे।

पश्चिमी वायु कमान के मुताबिक भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने हाल की बारिश के मद्देनजर आज हिमाचल प्रदेश में राहत अभियान शुरू किया। विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों से 150 से अधिक नागरिकों को बचाया गया। चिनूक हेलीकॉप्टर ने भूस्खलन निकासी के लिए अंडरस्लंग लोड (भारी मशीनरी) ले जाने के लिए भी उड़ान भरी।

घटना के एक चश्मदीद गवाह अमित ने बताया कि रिटेनिंग दीवारों के निर्माण के बाद भी रिसाव की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद कम से कम 15 परिवार बेघर हो गये हैं। सोमवार को शिमला में दो भूस्खलन हुए, एक समर हिल में एक शिव मंदिर में और दूसरा फागली में, जिसमें 16 लोगों की जान चली गई। हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन और बादल फटने से कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं और घर ढहने की घटनाएं हुईं।

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