केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महिला विरोधी अपराध के खिलाफ साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल-लैब बनाए जाएंगे।
Need to increase cyber forensic capabilities. We have decided to establish cyber crime reporting portal to report cyber crimes against women. Will also establish cyber crime lab to stop crimes against women, children: HM at All India Forensic Science Conference #Ahemdabad pic.twitter.com/yJgDZRJKjc
— ANI (@ANI) February 10, 2018
ऑल इंडिया साइंस कांफ्रेस में गृहमंत्री ने कहा कि साइबर अपराधों को रोकने के लिए फोरेंसिक क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए लैबोट्री की स्थापना की जाएगी। उन्होंने इंटरनेट पर अश्लील चीजें साझा करने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि साइबर स्पेस पर कड़ाई से निगरानी करने और भारतीय कानूनों का उल्लंघन करने वाली वेबसाइटों को ब्लॉक करने के लिए एक प्रभावी प्रणाली बनाई जाएगी। इंटरनेट पर अपराधों की निगरानी के लिए गृह मंत्रालय के तहत एक साइबर पुलिस फोर्स का गठन किया जाएगा। सीआईएस के तहत एक भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र और साइबर पुलिस फोर्स का गठन किया जाएगा।
मालूम हो कि सीआईएस डिविजन का गठन गृह मंत्रालय के तहत 10 नवम्बर 2017 को किया गया था। सीआईएस में चार शाखाएं होंगी जिसमें मुख्य तौर पर सिक्युरिटी क्लीयरेंस, साइबर क्राइम प्रिवेंशन, साइबर सिक्युरिटी और इंफार्मेशन सिक्युरिटी विंग शामिल है। हर एक का नेतृत्व अवर सचिव स्तर के एक अधिकारी करेगा।