गुरुवार को होने वाले एनडीए के डिनर में रालोसपा नेता और केेंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं होंगे। एएनआई के मुताबिक, यह डिनर भाजपा की तरफ से आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले जदयू ने लोकसभा चुनाव के लिए नीतीश कुमार को बिहार का चेहरा बताया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में खींचतान हो सकती है।
विरोधी गुट के नेता अरुण कुमार सिंह के भोज में शामिल होने की बात पर रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। अरुण कुमार कोई फैक्टर नहीं हैं। उनके आने और न आने से कोई फर्क नहीं पड़ता। चुनाव किस चेहरे पर लड़ा जाए इस संबंध में उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी के बाद रालोसपा सबसे अधिक जनाधार वाली पार्टी है।
यादव के बाद सबसे अधिक (करीब 10 फीसदी) कुशवाहा वोटर हैं। इस आधार पर आने वाले चुनाव हमारी पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा के चेहरे पर लड़ना चाहिए। अगर 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव जीतना है तो मुख्यमंत्री के रूप में उपेंद्र कुशवाहा को प्रोजेक्ट करना होगा।