स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा है कि कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के 10 दिन बाद रोलआउट हो सकती है। कोरोना वैक्सीन को डीसीडीआई ने 3 जनवरी रविवार को मंजूरी दी थी। यानी 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सरकार 10 दिनों के अंदर कोरोना वैक्सीन को रोलआउट करने को तैयार है। उन्होंने कहा, "चूंकि अब कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है, अब 10 दिनों के अंदर वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।"
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में 4 प्राथमिक वैक्सीन स्टोर मौजूद है। ये स्टोर करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में है। इसके बाद देश 37 वैक्सीन केंद्र हैं। यहां वैक्सीन स्टोर किया जाएगा। फिर यहां से वैक्सीन को बल्क में जिला स्तर में भेजा जाएगा। जिला स्तर से इन वैक्सीन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फ्रीजर डब्बों में भेजा जाएगा, जहां पर इस वैक्सीन को अंतिम रूप से लोगों को लगाया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रोजोना आने वाले कोविड19 पॉज़िटिव मामलों की दर 3 फीसदी से कम बना हुआ है। सक्रिय मामलों की संख्या 2.5 लाख है। इनमें से केवल 44 फीसदी ही अस्पतालों में हैं जबकि 56 प्रतिशत केस ऐसे हैं जो एसिंप्टोमेटिक या माइल्ड सिम्टम्स वाले हैं जो होम आइसोलेशन में हैं। भारत में बीते सप्ताह प्रति लाख आबादी पर केवल 96 नए मामले आए हैं जिनमें प्रति दस लाख एक मौत है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने इसके वैक्सीन कार्यक्रम में बताया कि यह पूरा कार्यक्रम ‘क्लीनिकल ट्रायल मोड’ में होगा यानी इसमें ‘प्लेसेबो’ को कोई जगह नहीं दी जाएगी और टीके को लगवाने के इच्छुक लोगों की सहमति जरूरी है। टीके को लगवाने के बाद लोगों का ‘क्लोजर फालोअप’ भी किया जाएगा कि कहीं उनमें कोई गंभीर दुष्प्रभाव तो नहीं देखने को मिल रहे हैं।