काफी समय से मॉब लिंचिंग देश में नए आतंक के रूप में उभरा है। हर तीसरे दिन कहीं न कहीं से लिंचिंग की खबर आ रही है ये आतंक इतना बढ़ गया है कि सुप्रीम कोर्ट तक को इस पर टिप्पणी करनी पड़ी है। इसको लेकर बहस चालू है कि क्या मॉब लिंचिंग के लिए अलग कानून बनाना चाहिए। इन सबके बीच लिंचिंग पर लगातार देने वालों की भी कमी नहीं है।
लिंचिंग पर बयान देने वालों में अब आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का भी जुड़ गया है। उनका कहना है कि लोग अगर बीफ खाना छोड़ दें तो मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं खत्म हो सकती हैं। उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए लोगों में 'संस्कार' का होना बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। आरएसएस नेता का ये बयान राजस्थान के अलवर में घटित लिंचिंग की घटना के कुछ दिनों बाद आया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आरएसएस नेता ने कहा, 'मॉब लिंचिंग को सही नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन अगर लोग बीफ खाना छोड़ दें तो 'शैतानों' द्वारा किए जाने वाले इस तरह के अपराधों को रोका जा सकता है। इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, 'कोई भी धर्म गाय को मारने की इजाजत नहीं देता है, चाहे वो ईसाई धर्म हो या इस्लाम। ईसाई धर्म 'होली काऊ' की बात करता है, क्योंकि जीसस का जन्म खुद ही गोशाला में हुआ था। इस्लाम की बात करें तो मक्का और मदीना में आज भी गायों को मारने पर रोक है।'
आरएसएस नेता ने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए, लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए समाज में भी सही 'संस्कार' होना चाहिए।