विदेश सचिव एस जयशंकर की फरवरी में ढाका यात्रा के दौरान हसीना के उप प्रेस सचिव एम नजरूल इस्लाम ने कहा था कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री अप्रैल में भारत की यात्रा करेंगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2015 में उन्हें दिए गए निमंत्रण पर भारत की यात्रा करेंगी।
गौरतलब है कि हसीना की बीते दिसंबर में भारत आने की योजना थी, लेकिन कुछ कयासों के बीच उनकी यात्रा स्थगित कर दी गई थी। उस समय कयास लगाए जा रहे थे कि भारत सरकार बड़े नोटों को चलन से बाहर करने के कारण उपजी चुनौतियों में उलझी हुई है। इसलिए यह समय भारत यात्रा के लिहाज से उचित नहीं है।
ऐसा माना जा रहा था कि अचानक नोटबंदी कर दिए जाने से केंद्र सरकार और तीस्ता जल बंटवारा मुद्दे की अहम पक्षकार पश्चिम बंगाल सरकार के बीच के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। ऐसे में किसी समझौते या अर्थपूर्ण चर्चा के मूर्त रूप लेने की संभावना नहीं थी। दोनों देशों ने लंबे समय से चले आ रहे अपने लंबित मुद्दों का सफलतापूर्वक निपटान कर लिया था। इनमें जमीनी सीमा और बस्तियों की समस्या शामिल थी। भाषा