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बुलंदशहर हिंसा मामले में छह गिरफ्तारियां, इंस्पेक्टर की हत्या में एक भी नहीं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद बुलंदशहर हिंसा में चार लोगों की...
बुलंदशहर हिंसा मामले में छह गिरफ्तारियां, इंस्पेक्टर की हत्या में एक भी नहीं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद बुलंदशहर हिंसा में चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को कथित गोकशी मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं। इस मामले में अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन हत्या के मामले में नामजद मुख्य आरोपी बजरंगदल का जिला संयोजक योगेश राज सहित 27 अन्य अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

आज देर शाम अपनी रिपोर्ट सौंपगी एडीजी इंटेलिजेंस

हालांकि इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल नामजद हिन्दू संगठनों के नेताओं के बारे में मुख्यमंत्री की बैठक में किसी स्पष्ट निर्देश के बारे में नहीं बताया गया। इसे लेकर भी सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लग रहे हैं। इसके अलावा एडीजी इंटेलिजेंस इस पूरे मामले में आज शाम तक रिपोर्ट सौंपेंगे। उम्मीद है कि मामले में रिपोर्ट मिलने के बाद आज रात मुख्यमंत्री लापरवाही बरतने वाले कुछ अधिकारियों का निलंबन कर सकते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल सुबह शहीद इंस्पेक्टर के परिवारीजनों से मुलाकात करेंगे।

इस घटना में संलिप्त सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए

प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर चौतरफा हमला झेल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना दौरा रद्द कर मंगलवार रात 10 बजे लखनऊ सरकारी आवास पहुंचे और उन्होंने दो घंटे तक कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने बुलंदशहर में हुई इस गंभीर घटना की समीक्षा कर निर्देश दिए कि इसकी गंभीरता से जांच कर कथित गौकशी में संलिप्त सभी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। घटना एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है। इसलिए इससे संबंध रखने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सभी को समयबद्ध रूप से गिरफ्तार किया जाए। हिंसा में जान गंवाने वाले सुमित के परिवारीजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की।

भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या पर सख्त का कार्रवाई के निर्देश

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने लखनऊ में भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या पर 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जबकि मामले को लेकर दिन भर अधिकारियों के खिलाफ परिजनों और भाजपा नेताओं में आक्रोश था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। सिर्फ एक इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया। इस दौरान समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, अपर पुलिस महानिदेशक इंटेलिजेंस आदि मौजूद थे।

अभियान चलाकर होगी कार्रवाई

प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद 19 मार्च 2017 से अवैध स्लॉटर हाउस को बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री की बैठक में इस घटना के क्रम में सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि जिले स्तर पर ऐसे अवैध कार्य न हों। यह उनकी सामूहिक जिम्मेदारी होगी और मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक यह सुनिश्चित करें कि इस आदेश का जिले स्तर पर अनुपालन किया जाए। यह भी निर्देश दिया गया है कि एक अभियान चलाकर जो तत्व माहौल खराब कर रहे हैं, उनको बेनकाब कर इस प्रकार साजिश रचने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाए।

इस मामले में दो नाबालिग भी नामजद

कथित गोकशी के आरोप में योगेश राज की तहरीर पर जिन सात लोगों को नामजद किया गया है। इनमें 10 और 11 साल के दो बच्चे भी शामिल हैं। मामले में आईजी मेरठ ने बताया कि इस मामले में दो और गिरफ्तारियां हुई हैं।

 

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