देश में रेल दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नहीं ले रहा है। अब नागपुर से मुंबई जा रही दूरंतो एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा मंगलवार सवेरे 6 बजकर 35 मिनट पर आसनगांव-वासिंद के बीच टिटवाला स्टेशन के पास हुआ। स्थानीय मीडिया के अनुसार, हादसे में कई लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि, सेंट्रल रेलवे के प्रवक्ता ने किसी के घायल होने की खबर से इनकार किया है। उनका कहना है कि राहत और बचाव दल के लोग घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। तेज बारिश के कारण राहत दल के घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब हुआ और बचाव कार्य में परेशानी आ रही है।
मध्य रेलवे के प्रवक्ता एके जैन ने बताया कि अभी तक रेलगाड़ी के पटरी से उतरने के सही कारण का पता नहीं चल पाया है। आशंका है कि भारी बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक के नीचे से जमीन खिसक गई, जिसके कारण यह हादसा हुआ। यह इलाका मुंबई के नजदीक है इसलिए दुर्घटना का असर मुंबई के रेल यातायात पर भी पड़ सकता है। घटना से पूरी मुंबई रेलवे लाइन प्रभावित हुई है और ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है।
पिछले 10 दिनों में यह तीसरा रेल हादसा है। इससे पहले 19 अगस्त को मुजफ्फनगर के खतौली में मरम्मत के दौरान पटरियां पर उत्कल एक्सप्रेस के गुजरने से भीषण हादसा हुआ था। इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए। इसके बाद 23 अगस्त को यूपी के औरैया के पास कैफियत एक्सप्रेस के एक डंपर से टकराने के बाद कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। 25 अगस्त को मुंंबई में एक लोकल ट्रेन के छह डिब्बे भी पटरी से उतर गए थे।
लगातार हो रहे रेल हादसों की वजह से पिछले दिनों रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने इस्तीफा को इस्तीफा देना पड़ा था। यहां तक कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु के इस्तीफे की नौबत आ गई थी। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभु से इंतजार करने को कहा। इन हादसों पर अंकुश लगाना रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन अश्वनी लोहानी के सामने भी बड़ी चुनौती है।