43 वर्षीय गायक ने कहा कि वह ऐसे किसी भी धर्मस्थल में विश्वास नहीं करते जो लोगों को लाउडस्पीकर की आवाज से उठा देते हों। उन्होंने जबरिया धार्मिकता को खत्म करने की मांग की है।
सोनू ने ट्वीट किया, ईश्वर सब पर कृपा करता है। मैं मुस्लिम नहीं हूं और हर सुबह अजान के शोर से मेरी नींद खराब होती है। भारत में ये जबरिया धार्मिकता आखिर कब खत्म होगी।
उन्होंने आगे लिखा, वैसे भी जब मोहम्मद ने इस्लाम बनाया था तब बिजली तो थी नहीं, तो फिर एडिसन के आने के बाद ये शोर-शराबा क्यों? उनका मानना है कि मंदिरों और गुरूद्वारों को भी लोगों को शोर शराबा करके जगाना नहीं चाहिए। उन्होंने इसे भी गुंडागर्दी करार दिया।
God bless everyone. I'm not a Muslim and I have to be woken up by the Azaan in the morning. When will this forced religiousness end in India
— Sonu Nigam (@sonunigam) April 16, 2017