बुधवार को राज्यसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर बहस के बीच कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल द्वारा नई सांसद के उद्घाटन में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की अनुपस्थिति का ज़िक्र किया गया। जिसपर सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें टोक दिया और कहा कि कोई संवैधानिक उल्लंघन नहीं हुआ है, आपको अपना होमवर्क करना चाहिए।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के इस बयान पर कि 'यह अपमानजनक है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति नई संसद के उद्घाटन में मौजूद नहीं थे', राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, "हम कमियों पर समझौता नहीं कर सकते। हम दूसरों की अज्ञानता का व्यापार नहीं कर सकते। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति को देश में सर्वोच्च सम्मान दिया गया है। कोई संवैधानिक उल्लंघन नहीं हुआ है।"
#WATCH | Rajya Sabha | On statement by Congress MP KC Venugopal that "it is an insult that the President and Vice President were not present at the inauguration of the New Parliament", Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar says, "We cannot trade on deficiencies. We can't trade… pic.twitter.com/NdB28K86T9
— ANI (@ANI) September 21, 2023
उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति अथवा चेयरमैन का पद अपेक्षानुसार उनके स्तर का ही रखना होगा और वही किया गया। और पिछले तीन दिनों में भी आपने यही देखा है। प्रमुख विपक्षी दल के सदस्य के रूप में मैं आपसे अपील करूंगा कि आप अपना होमवर्क अवश्य करें। पता लगाएं।"
"जब आप राष्ट्रपति को बीच में लाते हैं तो इससे अच्छा संदेश नहीं जाता। संविधान पढ़ें और आप पाएंगे कि भूमिका स्पष्ट रूप से परिभाषित की गई है। राष्ट्रपति संसद के प्रत्येक सत्र को संबोधित करेंगे, यही संविधान में मूल निर्देश था। और (पहला) संशोधन था, साल में एक बार। राष्ट्रपति को संविधान के अनुरूप कार्य करना होगा।
गौरतलब है कि संसद के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के उपस्थित न रहने पर विपक्षी दलों ने काफी हंगामा किया था और कहा था कि भाजपा ने देश की राष्ट्रपति का अपमान किया है। बता दें कि मंगलवार को संसद नई इमारत में स्थानांतरित हो गई।