पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) फ्रॉड मामले में मुंबई की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने नीरव मोदी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है।
इससे पहले भी अदालत कई वारंट नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ जारी कर चुकी है। आठ अप्रैल को मुंबई में सीबीआई की विशेष अदालत ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए थे।
नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर कथित तौर पर कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पीएनबी को 12,968 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया था कि नीरव मोदी सिंगापुर के पासपोर्ट पर लंदन में हैं जबकि उनका भाई निशाल मोदी बेल्जियम के पासपोर्ट पर एंटवर्प में हैं।
पुलिस ने मई में 25 से ज्यादा लोगों के खिलाफ आरोप दायर किए, जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, पूर्व पीएनबी प्रमुख उषा अनंतसुब्रमण्यम, बैंक के दो कार्यकारी निदेशक और नीरव मोदी की तीन कंपनियां शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने भी पिछले महीने इस घोटाले में नीरव मोदी समेत 23 के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया, जिसमें मोदी के पिता, बहन व साले के भी नाम हैं। इससे पहले ईडी ने मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि समूह के 85 करोड़ रुपये के 34,000 आभूषण जब्त किए हैं। ईडी ने आभूषणों को मनी लांड्रिंग रोधक कानून के तहत जब्त किया है।
गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने सोमवार को ब्रिटेन की गृह राज्य मंत्री बैरोनेस सुशान विलियम्स से मुलाकात की है। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश सरकार भारत के भगोड़े आरोपियों नीरव मोदी और विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए सहयोग करने को तैयार है।