नारायणमूर्ति ने कहा कि आईटी इंडस्ट्री ने इससे पूर्व भी भी कई बार इस तरह के हालात का सामना किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंडस्ट्री लीडर्स छंटनी की समस्या को हल करने की अच्छी मंशा रखने है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जबकि उद्योग को छंटनी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके लेकर बहुत अधिक बेचैन होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूर्व में भी उद्योग ने इस तरह की समस्या को हल किया है।
2008 और 2001 में भी ऐसा हो चुका है, यह कोई नई बात नहीं है। इसको लेकर बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। पूर्व में भी इस तरह की समस्याओं का समाधान किया गया है। इन्फोसिस का उदाहरण देते हुए मूर्ति ने कहा कि कंपनी ने युवाओं की नौकरियां वरिष्ठ प्रबंधन स्तर पर वेतन कटौती के जरिये सुरक्षित की हैं।