Advertisement

छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में दस नक्सली ढेर; दो सप्ताह में सुरक्षा बलों को दूसरी बड़ी कामयाबी

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन...
छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में दस नक्सली ढेर; दो सप्ताह में सुरक्षा बलों को दूसरी बड़ी कामयाबी

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन महिलाओं समेत दस नक्सली मारे गये। 15 दिनों के भीतर नक्सलियों के लिए यह दूसरा बड़ा झटका है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंगलवार की मुठभेड़ स्थल कांकेर के कालपेर गांव से 30 किमी दक्षिण में था, जहां 16 अप्रैल को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। उन्होंने बताया कि मारे गए दो कैडरों की प्रथम दृष्टया पहचान जोगन्ना और विनय उर्फ अशोक के रूप में हुई है, दोनों माओवादियों के 'डिवीजनल कमेटी सदस्य' थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रही है, जबकि डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने ऑपरेशन को बड़ी सफलता बताया और साथ ही नक्सलियों से बातचीत के लिए आगे आने और हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पीलसुंदरराज ने कहा कि मुठभेड़ सुबह करीब छह बजे नक्सलियों के गढ़ अभुजमाड़ इलाके में टेकमेटा और काकुर गांवों के बीच जंगल में हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी और चार घंटे तक चली।

पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू, जोगन्ना, विनय उर्फ अशोक और उत्तर के अन्य कैडरों की उपस्थिति के बारे में इनपुट के आधार पर सोमवार रात नारायणपुर से राज्य पुलिस की दोनों इकाइयों, जिला रिजर्व गार्ड और स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा ऑपरेशन शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि माओवादियों के बस्तर, माड़ और गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) संभाग हैं।

उन्होंने बताया कि बंदूकें शांत होने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया और शाम तक तीन महिलाओं समेत दस नक्सलियों के शव बरामद कर लिये गये। सुंदरराज ने कहा, मारे गए नक्सलियों की पहचान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन उनमें से दो की प्रथम दृष्टया पहचान गढ़चिरौली डिवीजन कमेटी के सदस्य जोगन्ना और विनय के रूप में की गई है।

अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से एक एके-47 राइफल और एक इंसास राइफल के अलावा अन्य हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में इस साल अब तक 91 नक्सली मारे गए हैं और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है, जिसमें नारायणपुर और कांकेर सहित सात जिले शामिल हैं।

सीएम साय ने एक बयान में कहा, "नारायणपुर के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। मैं उनके साहस और बहादुरी को सलाम करता हूं। हमारी सरकार नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रही है जिसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।" डिप्टी सीएम शर्मा ने सुरक्षाकर्मियों को सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि गोलीबारी के दौरान किसी भी कर्मी को नुकसान नहीं पहुंचा।

उन्होंने कहा,“मुख्यमंत्री विष्णु देव साई के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे का समाधान चाहती है। यदि कोई नक्सली या कोई बड़ा या छोटा समूह वीडियो कॉल या मध्यस्थ के माध्यम से बात करना चाहता है तो हम तैयार हैं और उनके लिए बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था करेंगे। हम उनसे मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह करते हैं।" शर्मा ने कहा, हम चाहते हैं कि बस्तर में शांति बनी रहे और वहां विकास हो।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad