देशभर में 30 जून यानि कल रात संसद के विशेष कार्यक्रम में लॉन्च होने वाली वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली एक जुलाई से लागू हो जाएगा। इस प्रणाली को ‘एक देश, एक कर’ नीति के तहत लागू किया जा रहा है। जीएसटी कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए में सरकार पूरी कोशिश में लगी हुई है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खास मेहमानों को आमंत्रण भी दिया गया है।
दरअसल, नरेंद्र मोदी सरकार आजादी के बाद सबसे बड़े टैक्स सुधार माना जा रहे जीएसटी के लॉन्च को हर तरह से यादगार बनाने की कोशिश कर रही है। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले संभावित मेहमानों की सूची में शामिल होने वालों में अभिनेता अमिताभ बच्चन, गायिका लता मंगेशकर, उद्योगपति रतन टाटा, कानूनविद् सोली सोराबजी, केके वेणुगोपाल और हरिश साल्वे जैसी हस्तियां मौजूद रह सकती हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने 80 मिनट के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश की करीब 100 चर्चित शख्सियतों को न्योता दिया है।
जीएसटी कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, भारतीय रिजर्व बैंक के मौजूदा गवर्नर उर्जित पटेल और कई पूर्व गवर्नर सी रंगराजन, बिमल जालान, वाईवी रेड्डी और डी सुब्बाराव भी मौजूद रहेंगे। जीएसटी परिषद के सदस्यों के साथ ही मोदी सरकार ने कारोबारी संस्थानों सीआईआई, फिक्की, एसोचैम इत्यादि के प्रमुख अधिकारियों को भी न्योता भेजा है।
गौरतलब है कि देश में जिस तरह से आजादी की घोषणा हुर्इ थी, उसी तर्ज पर आगामी एक जुलार्इ को पूरे देश में एक साथ जीएसटी लागू होने की भी घोषणा की जाएगी। जीएसटी के प्रचार और उसका ब्रांड अंबेसडर बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को बनाया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में ट्विटर पर 40 सेकेंड का एक वीडियो भी पोस्ट किया था। इस वीडियो में अमिताभ बच्चन जीएसटी को सिर्फ एक कर नहीं बल्कि, देश को एक सूत्र में बांधने की पहल बता रहे हैं।