तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर को प्रधानमंत्री से न्याय नहीं मिला है और उन्होंने मांग की कि राज्य में तुरंत विधानसभा चुनाव कराए जाएं।
अनुदानों, अतिरिक्त अनुदानों और मणिपुर बजट की अनुपूरक मांगों पर बहस में भाग लेते हुए बनर्जी ने कहा कि केंद्र को मणिपुर में 18 महीने पहले ही राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए था। उन्होंने कहा, "हम 18 महीने पहले मणिपुर गए थे और अनुच्छेद 356 लगाने की मांग की थी। लेकिन उस समय अनुच्छेद 356 नहीं लगाया गया था। अब अनुच्छेद 356 लगा दिया गया है।"
बनर्जी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप मणिपुर में हिंसा के कारण कई लोगों की मौत हो गई है और चर्च तथा मंदिरों सहित धार्मिक संरचनाओं को नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा, "मणिपुर को प्रधानमंत्री से न्याय नहीं मिला है...मणिपुर को न्याय की जरूरत है। मणिपुर में तुरंत विधानसभा चुनाव कराए जाने चाहिए।"
पिछले महीने संघर्षग्रस्त मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। मई 2023 से इम्फाल घाटी स्थित मैतेई और आसपास के पहाड़ों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 220 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
बनर्जी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मणिपुर गए होते, तो राज्य में ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती। बजटीय आवंटन पर असंतोष व्यक्त करते हुए बनर्जी ने कहा, "मणिपुर को इतनी कम राशि आवंटित की गई है। इससे मणिपुर के विकास में क्या मदद मिलेगी?" उन्होंने कहा कि हाल की मुद्रास्फीति के कारण मणिपुर को किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक नुकसान हुआ है।