कंपनी ने अपनी हाल की पारदर्शिता रिपोर्ट के अंतर्गत घोषणा की कि इन अकांउट को मिलाकर अगस्त 2015 से अब तक आतंकवाद से जुड़े कुल 636,248 अकांउट बंद किए जा चुके हैं।
जिहादियों और अन्य आतंकी समूहों द्वारा हमलों को अंजाम देने के लिए और अपने समूह में भर्ती के लिए सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए पूरी दुनिया की सरकारें दबाव बना रही थीं जिसके बाद ट्विटर ने यह कदम उठाया। भाषा