हरिद्वार स्थित भारत माता मंदिर के स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज ने आज यहां कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के लागू होने तक हिंदुओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए ताकि ‘जनांकिकीय असंतुलन’ पर लगाम लगाई जा सके।
कर्नाटक के उडुपी में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित तीन दिवसीय धर्म संसद के दूसरे दिन पत्रकारों से बातचीत में गोविंद देव ने यह टिप्पणी की।
#WATCH Udupi: Swami Govind Dev Giri says 'Every Hindu couple should have four children,so that Hindu population is stabilized ' (25/11/17) pic.twitter.com/vAkZGF6XJ1
— ANI (@ANI) November 26, 2017
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में हिंदू आबादी कम हुई उन क्षेत्रों को भारत ने खो दिया, जिससे जनांकिकीय असंतुलन पैदा हुआ इसलिए दो बच्चों की नीति सिर्फ हिंदुओं के लिए ही सीमित नहीं रहनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार अधिकतम दो बच्चों पर जोर दे रही है लेकिन जब तक समान नागरिक संहिता लागू न हो जाए, तब तक हिंदुओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में हिंदुओं की संख्या कम हुई, उनमें से कई क्षेत्रों को भारत ने खो दिया।
स्वयंभू गौरक्षकों की ओर से कानून अपने हाथ में लेने की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर गोविंद देव ने कहा कि ‘गौरक्षकों’ की आड़ में कुछ अपराधी अपना निजी हिसाब-किताब चुकता कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘गौरक्षक शांति प्रिय लोग हैं। कुछ निहित स्वार्थ वाले तत्वों की ओर से उन्हें बदनाम किया गया है। कुछ अपराधी गौरक्षकों की आड़ में अपना निजी हिसाब-किताब चुकता कर रहे हैं।’’ धर्म संसद में 2,000 से ज्यादा हिंदू संत, मठाधीश और देश भर के विहिप नेता हिस्सा ले रहे हैं।