उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने संविधान सभा के अध्यक्ष रहे बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को ‘आंबेडकर’ लिखे जाने का आह्वान किया है।
राज्यपाल ने बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आमतौर पर बाबा साहब का नाम भीमराव अम्बेडकर लिखा जाता है, जो सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि संविधान की हिन्दी मूल प्रति पर बाबा साहब द्वारा किए गए हस्ताक्षर में ‘आंबेडकर’ लिखा है, लिहाजा यही सही है और सभी से इसे ऐसे ही अपनाना चाहिये।
नाईक ने कहा कि भीमराव आंबेडकर ने बहुत कष्ट उठाकर उच्च शिक्षा प्राप्त की और महान शिक्षाविद्, कानूनवेत्ता और समाज सुधारक बने। वर्तमान समय में उनके संघर्ष को समझ पाना भी कठिन है।