राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उप राज्यपाल नियुक्त किया है। वे अनिल बैजल की जगह लेंगे। उनका इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकर कर लिया है। इस समय विनय सक्सेना खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन पद पर तैनात हैं।
सोमवार को राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी किए गए नोटिस के मुताबिक विनय कुमार सक्सेना उस दिन से दिल्ली के उप-राज्यपाल होंगे जिस दिन से वो पदभार संभालेंगे। निजी कारणों का हवाला देते हुए अनिल बैजल ने 18 मई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1969 बैच के अधिकारी बैजल को नजीब जंग के अचानक इस्तीफे के बाद दिसंबर 2016 में दिल्ली के 21वें उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था।
23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. उन्होंने कॉरपोरेट के साथ-साथ एनजीओ सेक्टर में काम किया है। 1984 में राजस्थान में जेके ग्रुप को ज्वाइन किया और 11 सालों तक काम किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर स्वागत किया। उन्होंने कहा, ''दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का दिल्ली की जनता की तरफ़ से मैं हार्दिक स्वागत करता हूं। दिल्ली की बेहतरी के लिए उन्हें दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल की तरफ़ से पूर्ण सहयोग मिलेगा।''
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ मतभेदों को लेकर भी अनिल बैजल का नाम कई मौकों पर चर्चा में रहा था। बैजल का इस्तीफा ऐसे समय में आया था जब तीन नगर निगमों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और केंद्र ने तीन निगमों के एकीकरण के लिए अधिसूचना जारी की है जिसके बाद चुनाव होंगे।
दिल्ली में भूमि, सेवाएं और कानून व्यवस्था विषय सीधे उपराज्यपाल के तहत आते हैं। इन विषयों को लेकर सरकार और उपराज्यपाल में टकराव रहा है और अधिकारों को लेकर मामला कोर्ट तक भी पहुंचा। जुलाई 2018 में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद उपराज्यपाल और आप सरकार के बीच तल्खी कम हुई कि दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली सरकार की ‘सहायता और सलाह’ से बंधे हैं।