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याकूब मेमन को लेकर फिर गरमाई सियासत, बीजेपी नेता ने लगाया यह आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला

1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी आतंकी याकूब मेमन को लेकर एक बार फिर से सियासत गरमा गई है। भाजपा ने...
याकूब मेमन को लेकर फिर गरमाई सियासत, बीजेपी नेता ने लगाया यह आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला

1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी आतंकी याकूब मेमन को लेकर एक बार फिर से सियासत गरमा गई है। भाजपा ने उद्धव ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाया है, बीजेपी विधायक राम कदम ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पाकिस्तान के इशारे पर आतंकवादी याकूब मेमन की कब्र उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री होने पर मजार में बदल दी गई है। उन्होनें उद्धव ठाकरे से पूछा, क्या यही है मुंबई के लिए उनका प्यार, उनका देशभक्ति? इसी बहाने उन्होंने शरद पवार,राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया।

इसके साथ ही, राम कदम ने कहा राहुल गांधी कि शरद पवार को मुंबई की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि पूरे देश में महंगाई और बेरोजगारी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह सब किया जा रहा है।

बता दें कि याकूब को 7 साल पहले 2015 में नागपुर के जेल में फांसी दी गई थी। जब इस पूरे मामले ने तूल पकड़ा तो इसी बीच मुंबई के बड़े कब्रिस्तान में याकूब मेमन की मजार पर लगाई गई लाइटिंग की व्यवस्था को हटा दिया गया है। मुंबई के मरीन लाइंस रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बड़े कब्रिस्तान में याकूब मेमन का शव दफनाया गया था। उसे मुंबई बम धमाकों का दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई गई थी। अब उसी कब्र को मजार का रूप देने को लेकर बवाल मचा हुआ है। इसको लेकर भाजपा नेता राम कदम महा विकास आघाड़ी नेताओं पर हमलावर हैं।

मुंबई पुलिस ने इस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही है, आखिर कब्र को मजार में किसने तब्दील किया, लाइटिंग किसने लगाया? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च में शबे बरात के वक्त याकूब की कब्र पर रोशनी की गई थी। कब्रिस्तान प्रशासन का कहना है कि लाइटिंग और मार्बल की व्यवस्था उनके परिवार वालों की तरफ से की गई है।

बता दें कि मुंबई में 12 मार्च 1993 को भीड़ भरी 12 जगहों पर हुए ब्लास्ट में 257 लोग मारे गए और 700 से अधिक घायल हो गए थे।CBI चार्जशीट के मुताबिक याकूब दाउद इब्राहिम और टाइगर मेमन के आतंकी संगठन के फाइनेंस का काम देखता था। CBI ने 1994 में याकूब को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया और फांसी की सजा सुनाई, जिसके बाद 2015 में नागपुर जेल में याकूब को फांसी दी गई।

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