कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विमान में गुरुवार को अचानक तकनीकी खराबी आ गई थी। जिसे लेकर कांग्रेस ने विमान में छेड़छाड़ और जान को जोखिम में डालने के लिए की गई साजिश की आशंका जताई। इस बीच नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जांच के लिए समिति गठित की है।
समाचार एजेंसी एएआई के मुताबिक डीजीसीए ने कहा कि ऑपरेटर की रिपोर्ट के अनुसार ऑटो पायलट (मोड) में कोई गड़बड़ी थी और पायलट ने बाद में उसे मैनुअल (मोड) में डाला एवं विमान को सुरक्षित उतारा। उन्होंने कहा कि ऑटो पायलट (मोड) बंद करना असामान्य नहीं है। जांच के लिए स्थापित 2 सदस्यीय समिति गठित की गई। रिपोर्ट 2-3 हफ्तों में आने की संभावना है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी अपने कुछ सहयोगियों के साथ दिल्ली से कर्नाटक जा रहे थे। इस दौरान उनका विमान एकाएक बाईं तरफ झुक गया और तेजी से नीचे जाने लगा। साथ ही विमान में तेज कंपन भी शुरू हो गई। हालांकि समय रहते उनके प्लेन को हुबली में सुरक्षित उतार लिया गया। इस घटना के पीछे कांग्रेस पार्टी ने विमान से छेड़छाड़ और जान जोखिम में डालने की साजिश की आशंका जताई है। कांग्रेस नेताओं ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है। राहुल के ऑफिस ने हुबली के गोकुल पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
राहुल के सहयोगी कौशल विद्यार्थी ने कर्नाटक की डीजी एंड आईजी ऑफ पुलिस नीलमणि एन राजू को लिखी शिकायत में कहा कि राहुल जिस विमान में सवार थे, वह अचानक बाईं ओर झुक गया और तेजी से नीचे जाने लगा। साथ ही विमान में तेज कंपन भी शुरू हो गई। शिकायत के मुताबिक यह पूरी घटना सुबह पौने ग्यारह बजे हुई। पत्र में कहा गया है कि यह पता चला है कि विमान का ऑटोपायलट मोड काम नहीं कर रहा था। तेजी से नीचे गिरते विमान को तीसरे प्रयास के बाद दिन में लगभग 11 बजकर 25 मिनट पर हुबी हवाईअड्डे पर उतारा गया।