Advertisement

'500 साल बाद रामलला पहली बार...', पीएम मोदी ने बताई इस दिवाली की विशेषता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इस वर्ष की दिवाली को "विशेष" बताया और कहा कि 500 वर्षों के लंबे...
'500 साल बाद रामलला पहली बार...', पीएम मोदी ने बताई इस दिवाली की विशेषता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इस वर्ष की दिवाली को "विशेष" बताया और कहा कि 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भगवान राम पहली बार अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दिवाली मनाएंगे।

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा, "मैं सभी देशवासियों को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। सिर्फ दो दिन बाद हम दिवाली भी मनाएंगे और इस साल की दिवाली बहुत खास है। 500 साल बाद भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं और यह उनके साथ उनके भव्य मंदिर में मनाई जाने वाली पहली दिवाली होगी। हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि हमें ऐसी विशेष और भव्य दिवाली देखने को मिल रही है।"

उन्होंने रोजगार मेले के तहत नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी युवाओं को बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने कहा, "इस उत्सवी माहौल में, आज इस पावन दिवस पर, रोजगार मेले में 51,000 युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। भारत सरकार में देश के लाखों युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी देने का सिलसिला जारी है। भाजपा और एनडीए शासित राज्यों में भी लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं।"

प्रधानमंत्री ने हरियाणा सरकार में नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को भी बधाई दी।

पीएम मोदी ने कहा, "हरियाणा में हमारी सरकार की एक विशेष पहचान है। वहां की सरकार नौकरियां तो देती है, लेकिन बिना खर्चे और बिना पर्ची के देती है। आज मैं हरियाणा सरकार में नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को विशेष रूप से बधाई देता हूं। इसके अलावा, यह भी उल्लेखनीय है कि हरियाणा में नवगठित सरकार ने लगभग 26,000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करके एक अनुकरणीय शुरुआत की है।"

उन्होंने खादी की बिक्री का जिक्र करते हुए कहा कि यूपीए सरकार की तुलना में इसमें 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा, "यूपीए सरकार की तुलना में खादी की बिक्री में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि खादी उद्योग बढ़ रहा है, जिससे कारीगरों, बुनकरों और व्यापारियों को लाभ मिल रहा है। यह वृद्धि न केवल खादी उद्योग के लिए बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए भी फायदेमंद है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।"

उन्होंने कहा, "पिछले 10 वर्षों में हमारी नीतियों ने खादी और ग्रामोद्योग की पूरी तस्वीर बदल दी है। साथ ही, इससे जुड़े ग्रामीण लोगों के जीवन में भी बदलाव आया है। उल्लेखनीय है कि खादी ग्रामोद्योग प्रति वर्ष 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर रहा है।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य ग्रामीण भारत में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।

उन्होंने कहा, "हमारी लकपति दीदी योजना ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करके सशक्त बनाया है। पिछले एक दशक में 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में शामिल हुई हैं, जिससे उन्हें आजीविका कमाने में मदद मिली है। हमारी सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ महिलाओं को लकपति दीदी बनाना है, जो सालाना 1 लाख रुपये से अधिक कमाएं। पहले ही 1.25 करोड़ महिलाएं यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश के सरकारी कर्मचारियों को विश्व के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आपको उत्कृष्टता के लिए प्रयास करना चाहिए! हमारे देश के सरकारी कर्मचारियों को दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए। आज के महत्वाकांक्षी भारत की अपेक्षाएं बहुत अधिक हैं और लोगों की अपेक्षाएं अधिक से अधिक होना स्वाभाविक है। ये अपेक्षाएं हमारा भरोसा हैं और ये हमारी प्रगति को आगे बढ़ाने में मदद करती हैं। लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना हमारी जिम्मेदारी है। हमें एक उज्जवल भविष्य और एक 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए मिलकर काम करना चाहिए।"

इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोजगार मेले के तहत नवनियुक्त युवाओं को 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। रोजगार मेला रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह युवाओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए सार्थक अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाएगा।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad